पूजा-अर्चना और कथा सुन मांगा अखंड सुहाग का वरदान
Hazaribagh : हजारीबाग शहर समेत विभिन्न प्रखंडों में सोमवार को श्रद्धा, भक्ति और आस्था के साथ सुहागिनों ने हरितालिका सह तीज का त्योहार मनाया. इस मौके पर सुहागिनों ने 24 घंटे का निर्जला उपवास रखा. मंगलवार की सुबह उपवास तोड़ेंगी. इस दौरान विधि-विधान से पूजा कर कथा श्रवण किया. हरितालिका तीज व्रत के पवित्र मौके पर सुहागिनों ने भगवान से पति की दीर्घायु, सुख-समृद्धि, उन्नति, प्रगति और यश की कामना की. मान्यता के अनुसार मां पार्वती ने इस व्रत को शिवजी को पति के रूप में पाने के लिए किया था. इस व्रत में भगवान शिव और मां पार्वती का पूजन विधि-विधान से किया गया. इस मौके पर सौभाग्यवती महिलाओं ने लाल रंग के नए परिधान पहनकर, मेंहदी लगाकर सोलह शृंगार किए.
प्रकृति और प्रेम के भाव से जुड़े सौभाग्यदायिनी व्रत है हरितालिका तीज
Daru : ज्योतिषाचार्य सह आचार्य डॉ. अनुग्रह नारायण शर्मा बताते हैं कि प्रकृति और प्रेम के भाव से जुड़े इस पर्व पर महिलाएं शुद्ध मिट्टी से शिव-पार्वती और श्री गणेश की प्रतीकात्मक प्रतिमाएं बनाकर उनकी पूजा कीं. पूजन में रोली, चावल, पुष्प, बेलपत्र, नारियल, दूर्वा, मिठाई आदि से भगवान का भक्ति भाव से पूजन किया गया. साथ ही कामना की कि उनका जीवन भी शिव-गौरी की तरह आपसी प्रेम से सदैव बंधा रहे. मान्यता है कि मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा सौभाग्यदायिनी होती है.
अच्छे वर की इच्छा के लिए कुंवारी लड़कियां भी रख सकती हैं तीज व्रत : प्रमुख
Keredari : केरेडारी में भक्तिभाव से सुहागिनों ने हरितालिका व्रत किया. प्रखंड प्रमुख सुनीता देवी ने कहा कि यह शिव एवं पार्वती का पर्व है. यह पर्व सभी महिलाओं को अपने पति की दीर्घायु के लिए अवश्य करनी चाहिए. साथ ही कुंवारी लड़कियों को अपने पसंदीदा वर प्राप्ति के लिए शिव से कामना करने हुए व्रत रखना चाहिए. पूजा में प्रमुख के साथ देवंती देवी, पुष्पा देवी, सुचित्रा पासवान, सुमित्रा देवी, आणो देवी, आरती देवी समेत कई महिलाएं और लड़कियां भी शामिल हुईं.
इसे भी पढ़ें : VC सर…क्या करूं, और पैसा कहां से लाऊं, किडनी बेच कर दे दूंगा पैसे, मेरी PHD फाइल ना रोकें