वार्ता करने पहुंचे कंपनी के अधिकारी, नहीं निकला हल
Keredari, Hazaribagh : एनटीपीसी नॉर्थ वेस्ट कोल परियोजना क्षेत्र के प्रभावित विस्थापित रैयत अपने हक व अधिकार के लिए खनन विस्थापित ग्रामीण विकास संघ नार्थ वेस्ट के बैनर तले दो दिनों से धरने पर हैं. इस प्रदर्शन में सिरमा कंडाबेर, बारियातू, बेलतू गांव के रैयत शामिल हैं. इन रैयतों ने एकजुटता दिखाते हुए शुक्रवार के बाद शनिवार को भी परियोजना क्षेत्र के वाहनों को दिन भर रोके रखा. धरना प्रदर्शन कर रहे रैयतों ने बताया कि कंपनी जबरन हमारी जमीन पर सड़क बना रही है, जबकि उन्हें न तो मुआवजा दिया गया है और ना ही किसी प्रकार की नौकरी देने की बात हुई है. इनलोगों का कहना है एनटीपीसी कोल परियोजना के द्वारा रैयतों के साथ कई वादे किए गए, जो ग्राम सभा पूर्ण होने के बाद एनटीपीसी प्रबंधन व एमडीओ त्रिवेणी कंपनी भूल गई हैं.
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बिना मुआवजा दिए रैयती जमीन पर बनाई जा रही सड़क
रैयतों की मांगों में ग्राम सभा में कंपनी के अधिकारी द्वारा वादो को पूरा करने, विस्थापन प्रभावित बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 लागू करने, विस्थापितों का कट ऑफ डेट 2023 को लागू करने की मांगें शामिल हैं. रैयतों ने कहा अगर कंपनी उनके के साथ वार्ता नही करतीं है, तो कंपनी के कर्मियों को खदेड़ा जाएगा. कंपनी अपने किए वादों को पूरा करे, अन्यथा बाध्य हो कर वृहद पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा. इधर, धरना में बैठे रैयतों से वार्ता करने कंपनी के कई अधिकारी पहुंचे, लेकिन वार्ता सफल नहीं हो पाई. मौके पर दर्जनों रैयतों मौजूद थे.
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भू-रैयतों को रोजगार से जोड़ा जायेगा : अरविंद देव
वही त्रिवेणी सैनिक कंपनी के डीजीएम अरविंद देव ने कहा कि कंपनी नेअब तब कांडबेर, सिरमा, बरियातू व बेलतु गांव के 30 लोगों को रोजगार से जोड़ा है. वहीं, जिनकी जमीन पर कार्य किया जाएगा, उन्हें भी रोजगार से जोड़ा जायगा.
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