Ranchi: रामगढ़ जिला के कुजू साइडिंग में बड़े पैमाने पर मिक्सिंग का खेल हो रहा है. कोयला कारोबारियों द्वारा कोयला में चारकोल मिलाकर पॉवर प्लांट में भेजा जा रहा है. यह चारकोल बड़े पैमाने पर रामगढ़ के कुजू और घाटो स्थित इस्पात प्लांट से लाकर साइडिंग में गिराया जाता है. फिर कोयला का वजन बढ़ाने के लिए कोयला में चारकोल को मिलाकर पॉवर प्लांट भेज दिया जाता है. वहीं दूसरी तरफ साइडिंग का कोयला को स्थानीय प्लांट में खपाया जाता है.
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जानिए कैसे होती है कोयला की हेराफेरी
साइडिंग से कोयला कारोबारी बिना वैध चालान के कोयला की ट्रांसपोर्टिंग कर रहे हैं. जांच में खुलासा हुआ है कि कोयला कारोबारी साइडिंग के कर्मी की मदद से बिना कोयला साइडिंग पर कोयला गिराकर पेपर रिसीव करा लेते हैं. फिर कोयला को कुज्जू ओपी क्षेत्र स्थित स्पंज प्लांट में भेजा जा रहा है और वहां अवैध कोयले का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है. जितना कोयला साइडिंग में बिना गिराए प्लांट में भेजा जा जाता, उतना ही वजन से चारकोल को कोयला में मिला दिया जाता है. जिससे वजह बराबर हो जाता है.
बिना वैध चालान पर कोयला का ढुलाई करते हुए छह हाइवा पकड़ा गया था
अवैध कोयला कारोबारी प्रवीण साव, पप्पू साव, विनोद पहाड़ी और झारखंड इस्पात के मालिक बिना वैध चालान के कुजू रेलवे साइडिंग से कोयला का ट्रांसपोर्टिंग कर रहे हैं. इसे लेकर सोमवार (18 मार्च) को रामगढ़ जिला खान निरीक्षक राहुल कुमार द्वारा रामगढ़ थाना में मामला दर्ज कराया गया है. बता दें कि रामगढ़ पुलिस ने कुजू रेलवे साइडिंग से बिना वैध चालान पर कोयला का ढुलाई करते हुए छह हाइवा को पकड़ा था. जिनमें जेएच 24 एल 2412, जेएच 01डीपी 6866, जेएच 02 ए यू 4910, जेएच 24 जे 2280, जेएच 24एच 2112 और जेएच 24जे 6029 नंबर के हाइवा शामिल हैं. जिनमें चार हाइवा पर बीस टन, एक हाइवा पर 25 टन और एक हाइवा पर 35 टन कोयला लोड था.
अवैध कोयला का कारोबार रोकने की जिम्मेदारी इनकी पुलिस
संबंधित इलाके के थाना प्रभारी, संबंधित जिले के एसपी और संबंधित क्षेत्र के डीएसपी.
प्रशासन : संबंधित जिला के उपायुक्त, संबंधित अनुमंडल के एसडीओ, संबंधित जिला के माइनिंग अफसर और संबंधित इलाके के डीएफओ.
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