- पानी, सीवरेज और औद्योगिक विकास बना है मुद्दा
- 5 साल से पेयजल को तरस रहे हैं मतदाता
Adityapur (Sanjeev Mehta) : सिंहभूम संसदीय क्षेत्र के लिए सोमवार सुबह 7 बजे से वोट डाले जा रहे हैं. यहां करीब 14.50 लाख मतदाता शाम 5 बजे तक वोट डालेंगे. जो प्रत्याशी के हार- जीत पर अपनी मुहर लगाएंगे. बता दें कि इस बार प्रत्याशियों ने आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में उतना जोर आजमाइश नहीं किया है जितनी होनी चाहिए थी. बता दें कि सिंहभूम संसदीय सीट के प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला आदित्यपुर के ही मतदाता करते हैं. यहां कुल 1 लाख 38 हजार 440 मतदाता हैं. इनमें पुरुष मतदाता की संख्या 70 हजार 841 हैं, जबकि महिला मतदाता की संख्या 67 हजार 598 हैं वहीं अन्य मतदाता की संख्या 1 है.
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यहां बूथ संख्या 64 – 199 तक कुल 136 बूथ हैं. इसबार मतदाताओं में भी चुनाव को लेकर खास दिलचस्पी नहीं देखी गई. वहीं प्रत्याशियों ने भी अपना ध्यान ग्रामीण क्षेत्र पर केंद्रित रखा. एनडीए और इंडिया महागठबंधन के प्रत्याशी इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि दोनों ही खेमों के कैडर वोट उन्हें मिलना है. वैसे कैडर वोट के मामले में यहां एनडीए भारी है. हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से झामुमो ने बाजी मारी थी और सीएम चम्पाई सोरेन ने यहां से बड़ी बढ़त ली थी. आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के मतदाता काफी समझदार हैं और अपना भला- बुरा समझकर मतदान करते हैं.
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इस बात को भली- भांति समझ रही है. हालांकि यहां की जनता को गीता कोड़ा से ज्यादा मोदी की गारंटी पर भरोसा है. खुद गीता कोड़ा भी चुनावी प्रचार के दौरान कई बार इस बात का जिक्र कर चुकी है, कि सिंहभूम सीट जीतकर नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना है. उन्होंने किसी भी मंच से पिछले 5 साल में किए गए उपलब्धियां को नहीं गिनाया. वैसे केंद्र प्रायोजित योजना आदित्यपुर शहरी जलापूर्ति योजना और सीवरेज- ड्रेनेज योजना पिछले 6 सालों में धरातल पर नहीं उतर सकी. और आदित्यपुर नगर निगम की जनता सीवरेज ड्रेनेज के लिए खोदे गए गड्ढों की वजह से जर्जर सड़कों पर चलने और बूंद- बूंद पानी को तरस गई जो चुनाव में मुद्दा नहीं बना.
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आदित्यपुर : वोटिंग के पूर्व झामुमो जिला उपाध्यक्ष ने पार्टी छोड़ी
- मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पर लगाया गंभीर आरोप
Adityapur (Sanjeev Mehta) : लोकसभा चुनाव के लिए सिंहभूम संसदीय क्षेत्र के लिए वोटिंग है, लेकिन वोटिंग से कुछ वक्त पहले झामुमो को बड़ा झटका लगा है. झामुमो जिला उपाध्यक्ष महेश्वर महतो झामुमो को छोड़ आजसू में शामिल हो गए हैं. रविवार की देर शाम होटल मधुबन में आजसू जिला अध्यक्ष सचिन महतो ने आयोजित कार्यक्रम में उन्हें आजसू का पट्टा पहनाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई. पत्रकारों से रूबरू महेश्वर ने कहा की वे काफी दिनों तक झामुमो का झंडा निस्वार्थ भाव से ढोने का काम किया लेकिन इसके बदले उन्हें केवल अपमान मिला.
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वर्तमान मुख्यमंत्री जात पात की राजनीति में लिप्त हैं और कुर्मी महतो की उपेक्षा कर रहे हैं. इसलिए आज तय किया कि अपने पुराने घर आजसू में शामिल होकर आदरणीय सुदेश महतो के हाथो को मजबूत करेंगे और कुर्मियों को अपमानित करने वाला दल को लोकसभा के साथ साथ आगामी विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएंगे. उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में भाजपा और आजसू का संयुक्त रूप से देश और राज्य में सरकार बनेगी. जिला अध्यक्ष सचिन महतो ने कहा की महेश्वर महतो के घर वापसी की है. आजसू उनका पुराना घर रहा है यहां कार्यकर्ताओं को मान सम्मान दिया जाएगा. मौके पर आजसू के केंद्रीय सचिव सत्यनारायण महतो उर्फ माकुड महतो, सुषेण महतो, विकास महतो आदि मौजूद थे.
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