NewDelhi/Kolkata : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों फिर चर्चा में हैं. बता दें कि प्रशांत किशोर को बंगाल में टीएमसी और तमिलनाडु में द्रमुक के चुनावी रणनीति और प्रबंधन की जिम्मेवारी मिली थी. चुनाव परिणाम आने के बाद हालांकि प्रशांत ने खुद को इस कार्य से अलग कर लिया था, लेकिन खबर है कि ममता बनर्जी ने 2026 के विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी अभी से उनकी कंपनी I-PAC को सौंप दी है.
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प्रशांत किशोर ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी
राजनीति के जानकारों का मानना है कि प्रशांत किशोर एंटी भाजपा क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. प्रशांत किशोर ने पिछले दिनो इसी कड़ी में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाक़ात की थी. कहा गया है कि आने वाले समय में प्रशांत डीएमके के एमके स्टालिन और अरविंद केजरीवाल सहित अन्य नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं.एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार I-PAC (आईपैक) बंगाल में टीएमसी के लिए सभी तरह के चुनाव, पंचायत चुनाव हो या स्थानीय कोई और चुनाव, के लिए रणनीति बनाने का काम करेगी.
टीएमसी उत्तर प्रदेश में कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना रही है
बताया गया है कि टीएमसी का यह कॉन्ट्रैक्ट अगले विधानसभा चुनाव तक रहेगा. सूत्रों के अनुसार टीएमसी अन्य राज्यों में भी अपनी राजनीतिक जमीन बनाना चाहती है. जान लें कि प्रशांत किशोर की टीम पहले से ही त्रिपुरा में मौजूद है. खबरों के अनुसार टीएमसी उत्तर प्रदेश में भी कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना रही है.
हाल ही में प्रशांत किशोर ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के साथ लगभग चार घंटे तक बातचीत की थी. बातचीत शरद पवार के मुंबई स्थित सिल्वर ओके बंगले में हुई. शरद पवार के साथ हुई बैठक को लेकर कयास लग रहे हैं कि इस मुलाकात का मकसद 2024 के लोकसभा चुनावों में विपक्षी एकजुटता बनाना है. हालांकि शारद पवार के भतीजे ने ऐसी किसी संभावनाओं से इनकार किया है. सूत्रों की मानें तो प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में समर्थन करने वाले सभी नेताओं से मिलेंगे.