Shubham Kishore
Ranchi : प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत रांची के लाइट हाउस प्रोजेक्ट का 10 मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल उद्घाटन किया था. तीन महीने बीत जाने के बाद भी लाइट हाउस में बुनियादी सुविधा मौजूद नहीं है. ना तो यहां बिजली है, ना ही पानी कि समुचित व्यवस्था है. सभी बिल्डिंग मे लिफ्ट है, लेकिन उसे चालू नहीं किया गया है. कई लाभुकों का कहना है कि पूरे भुगतान के बाद भी पॉजिशन लेटर नहीं दिया गया है. इसके अलावा इमारत में अनियमितता की भी बात सामने आ रही है. बता दें कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत राजधानी के मौसीबाड़ी मैदान पंचमुखी मंदिर के नजदीक 131 करोड़ से कुल-1008 आवासों का निर्माण किया गया. 3डी वॉल्युमेट्रीक प्रीकस्ट विधि से 5.15 एकड़ में 7 इमारत बनाए गए हैं. हरेक फ्लैट 1 बीएचके है, जो 315 स्क्वायर फीट में बना है.
लाभुकों को दोगुनी मार
सरकार की लाइट हाउस प्रोजेक्ट योजना कमजोर वर्ग के लोगों के लिए शुरू की गई थी. लोगों ने अपने सपने के आशियाने को पाने के लिए बढ़-चढ़ कर इसमें आवेदन किया था. लेकिन अब कई लाभुक खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. लोगों को अपने मकान का किराया और लाइट हाउस के घर का लोन दोनों चुकाना पड़ रहा है. लाभुकों का कहना है कि अगर उन्हें घर मिल जाता तो घर का किराया बच जाता.
इमारत में अनियमितता की बात आई सामने
लाभुकों ने इमारत में अनियमितता कि बात कही. उन्होंने गुणवता पूर्ण निर्माण के साथ काम में लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया. फ्लैट में शिफ़्टिंग से पहले फ़्लैट में लिकेज, सीपेज और टूटने की बात सामने आ रही है. कई फ्लैटों की दीवारों में दरारें, दरवाजे टूटे हुए हैं. वहीं कई फ्लैटों के टाइल्स उखड़ने लगे हैं. कई फ्लैट को स्टोर बना दिया गया. ई ब्लॉक 916 में दरार, ई 101 का भुगतान पूरा है, लेकिन उसे स्टोर रूम बना दिया गया है. डी 716 का एक साल पहले पूरा भुगतान कर दिया गया, लेकिन अब तक पोजेशन लेटर नहीं दिया गया.
तीन दिनों में बिजली होगी बहाल – प्रशासक
रांची नगर निगम के प्रशासक अमित कुमार से जब इस मामले पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि लाइट हाउस में बिजली विभाग काम कर रहा है और ट्रांसफर्मर लगा दिया गया है. ट्रांसफर्मर को चार्ज करने में दो से तीन दिन लगता है, इसके बाद वहां बिजली बहाल हो जाएगी. वहीं उन्होंने पानी के कनेक्शन पर कहा कि पेयजल विभाग इसपर काम कर रहा है. लाइट हाउस में पानी भी जल्द पहुंच जाएगा. इसके साथ उन्होंने कहा कि 100 लाभुकों को पॉजिशन लेटर दिया जा चुका है. जिन्होंने पूरा भुगतान कर दिया है, उन्हें भी पॉजिशन लेटर देने कि प्रक्रिया चल रही है.
निगम की ओर से इन सुविधा को देने की बात कही गई थी
विद्युत तथा जल संयोजन
पार्किंग – पार्किंग के लिए परिसर में जगह है, जिसमें 220 फोर व्हीलर और 880 टू व्हीलर पार्क करने की व्यवस्था
सोलर पैनल- पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी ब्लॉक में 152 किलोवाट के सोलर पैनल लगे हैं. ओपेन स्पेश में सोलर पैनल से कुल 16 स्ट्रीट लाइट लगाई गई है. एसटीपी – परिसर में 420 केएलडी की क्षमता वाली एसटीपी का निमार्ण कराया जा रहा है. जिसके तहत रिसाइकल किए गए पानी को सभी आवासों के बाथरूम में फ्लश करने के उपयोग में लाया जाएगा और बचे जल को बागवानी के कार्य में उपयोग किया जाएगा.
आरडब्ल्यूए आवासीय परियोजना परिसर में व्यवसायिक गतिविधियों और दुकान, सामुदायिक केंद्र इत्यादि के माध्यम से राजस्व संग्रहण का कार्य रेसीडेंस वेल्फेयर एसोसिएशन द्वारा किया जाएगा.