Jamshrdpur (Anand Mishra) : अनियमितता की वजह से यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द होने के कारण देश भर के छात्रों में संदेह, भ्रम एवं निराशा का माहौल है. इस वर्ष पीएचडी प्रवेश भी यूजीसी नेट के स्कोर के आधार पर होने हैं. इस कारण अभ्यर्थियों में अचानक असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है. इस संबंध में अभाविप ने शिक्षा मंत्रालय से त्वरित निर्णय लेकर स्थिति को स्पष्ट करने की मांग की है ताकि छात्रों का समय एवं भविष्य संकट में न आने पाए. अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा है कि पिछले कई दिनों से एनटीए की ओर से आयोजित परीक्षाओं में भारी अनियमितताएं देखने को मिल रही हैं. नीट (यूजी) की परीक्षा में अनियमितता के बाद अब यूजीसी नेट की परीक्षा का रद्द होना एनटीए पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है. यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण एवं छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है.
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परीक्षा रद्द होने से पीएचडी के अभ्यर्थियों में शंकाएं उत्पन्न हो गई हैं
उन्होंने कहा कि इस वर्ष विश्वविद्यालयों में पीएचडी प्रवेश भी यूजीसी नेट स्कोर के माध्यम से होना है. परीक्षा रद्द होने से पीएचडी के अभ्यर्थियों में गहरी शंकाएं उत्पन्न हो गई हैं. अभाविप ने शिक्षा मंत्रालय से मांग की है कि इस संबंध में संबंधित एजेंसियों को स्थिति शीघ्र स्पष्ट करनी चाहिए ताकि पीएचडी के अभ्यर्थियों को किसी प्रकार से नुकसान न हो तथा परीक्षा पूर्णतः निष्पक्ष एवं पारदर्शी हो. साथ शुक्ल ने कहा है कि एनटीए की ओर से आयोजित परीक्षाओं में लगातार अनियमितताएं हो रही हैं. अतः सीबीआई से इसकी जांच करवानी चाहिए एवं दोषियों को, चाहे वह ब्यूरोक्रेट ही क्यों न हो उसके खिलाफ कठोर दंड सुनिश्चित करना चाहिए.