Ranchi : प्रो (डॉ) राज कुमार ने रिम्स निदेशक का पदभार संभालने के चार महीने के बाद विभिन्न प्रशासनिक और अन्य फैसलों को लेकर आज शुक्रवार को प्रेस वार्ता किया. इस दौरान डॉ राज कुमार ने बताया कि रिम्स कार्यकारिणी समिति में कई महत्वपूर्ण फैसले लिये गये हैं. इसे 9 जुलाई को आयोजित रिम्स शासी परिषद की बैठक में पारित कराने के लिए पेश किया जायेगा. कहा कि आचार संहिता की वजह से कई महत्वपूर्ण निर्णयों का निष्पादन नहीं हो पाया था. साथ ही शासी परिषद की बैठक एक साल से नहीं होने के कारण कई अहम फैसले भी लंबित हैं. 9 जुलाई को शासी परिषद की बैठक के लिए लगभग 35 कार्यसूची तैयार की गयी है. उम्मीद है कि बैठक में निर्णय के बाद लंबित कार्यों में गति आयेगी.
स्टाफ की कमी के बावजूद रिम्स की व्यवस्था दुरुस्त करने का प्रयास
डॉ राज कुमार ने बताया की रिम्स में डॉक्टर, नर्स से लेकर प्रशासनिक स्टाफ की कमी के बावजूद रिम्स में व्यवस्था को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं. निदेशक ने कहा कि मरीजों को बेहतर सुविधा देना हमारी प्राथमिकता है. इमरजेंसी को दुरुस्त करना और अतिक्रमण हटाना जरूरी है. ट्रामा सेंटर के पास अतिक्रमण की वजह से एम्बुलेंस को काफी समय लग जाता है, इसलिए रिम्स परिसर व रिम्स की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करना सबसे ज्यादा जरूरी है. मरीजों को सभी दवाएं उपलब्ध हो और जांच की व्यवस्था दुरुस्त हो, इसके लिए भी प्रबंधन प्रयासरत है. रिम्स में ऐसी प्रणाली विकसित की जा रही है, जहां सब कुछ सुव्यवस्थित हो. उन्होंने कहा कि सरकारी व्यवस्था में फाइलों द्वारा काम होता है, जिसमें काफी समय लग जाता है, लेकिन वर्त्तमान में किये जा रहे कार्यो के परिणाम अगले छह से आठ महीने में देखने को मिलेंगे.
नये ओपीडी कैंपस के निर्माण को लेकर जल्द शुरू होगी टेंडर प्रक्रिया
रिम्स निदेशक ने बताया कि थाना के लिए 50 डिसमिल जमीन दिया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि परिसर में पिकेट बनाने और प्रशासन की सक्रियता के लिए पुलिस पदाधिकरियों से बात की जा रही है. कहा कि मरीजों के साथ-साथ डॉक्टरों की समस्याओं के बारे में पता है. इन समस्याओं के समाधान के बारे में सरकार के उच्च अधिकारियों को बताया है. बताया कि रिम्स के नये ओपीडी कैंपस के निर्माण के लिए कई दौर की बैठक हो चुकी है. जल्द टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू की जायेगी. प्रेस वार्ता में डीन प्रो (डॉ) विद्यापति, छात्र अनुभाग प्रभारी सह एनाटोमी विभागाध्यक्ष प्रो (डॉ) अशोक दुबे, चिकित्सा अधीक्षक प्रो (डॉ) हीरेन्द्र बिरुआ, सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो (डॉ) शीतल मलुआ, शिशु चिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो (डॉ) राजीव मिश्रा, उपाधीक्षक डॉ शैलेश त्रिपाठी, जनसम्पर्क पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन और साल्विया शार्ली भी मौजूद रहे.