Ranchi: कांटाटोली स्थित वाईएमसीए में शनिवार को सर्वधर्म सम्मेलन कार्यक्रम हुआ. एकता के लिए विविधता का सम्मान विषय पर आयोजित कार्यक्रम में सभी धर्मों के लोग एक मंच पर जुटे. लोगों ने कहा कि समारोह में संवाद करना नहीं बल्कि एक स्वच्छ माहौल तैयार करना है. जहां पर सभी धर्म के लोग एक मंच पर बैठे. एक दूसरे के दुख दर्द को अपना समझें. सभी धर्म को सम्मान मिल सके. आपस में भाईचारा और समझ को बढ़ावा मिल सके. सर्व धर्म समाज में प्यार, दया और शांति का महौल स्थापित कर सके. प्रत्येक धर्म की बुनियादी मानवता, करुणा और प्रेम में टिकी होती है. वर्तमान स्थिति में समाज के बीच दूरी बढ़ रही है. एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी है औऱ एक दूसरे समाज को पीछे छोड़ने में लगा हुआ है.
कार्यक्रम दो सत्र में संचालित की गई. पहले सत्र में प्रोफेसर मो. मिन्हाज औऱ दूसरे सत्र में रोमन कैथोलिक चर्च के फादर बिपिन पानी ने संचालन किया. इस अवसर पर महासचिव चोन्हस कुजूर ने कहा कि सभी धर्म के लोगों को आपस में मिलजुल कर रहने की आवश्यकता है. समाज जोड़ने के लिए संस्था की स्थापना 1971 में हुई. झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को जोड़ा. उन्हें मार्गदर्शन दिया. आज इस संस्था से पांच हजार से अधिक गरीब बच्चे अच्छे सरकारी पद पर आसीन हैं. संविधान बताता है कि देश में हर जाति, धर्म, संस्कृति के लोग एक साथ रहते हैं. हम सभी एक हैं औऱ सभी को एकता में बने रहना है. विविधता का मतलब ही एक है औऱ एकता है. सभी धर्मो के रीति रिवाज, धर्म व संस्कृति को सम्मान करे.
गुरुनानक हॉस्पिटल के देवेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य में सभी धर्म के लोग भाईचारा के साथ रहते हैं. सभी का अपना धर्म संस्कृति रीति-रिवाज है .इसे अपने अनुसार से मनाते हैं. प्रेमपूर्वक और शांति से एक दूसरे को पर्व त्योहारों को मनाते हैं. आर्य समाज से डॉ प्रद्युम्न शास्त्री ने कहा कि सृष्टि की रचना का स्त्रोत ज्ञान है. मन और विचार ऐसा होना चाहिए कि अलौकिक सोच उत्पन्न करे. एक दूसरे का मदद करे, तभी देश मजबूत होगा, तभी भला होगा. रंगसाज मस्जित के मौलाना रिजवान दानिश ने कहा कि ईश्वर ने मनुष्य को जन्म दिया. इसलिए बेहतर समाज का निर्माण करने की जरूरत है. हिंदू, मुस्लिम, सिख व ईसाई के नाम पर राजनीति होती है. मौके पर जेनरेल सेक्रेटरी मनोज बागे, मुनताज कुरैशी, रंजनी एक्का, सुमन भेंगरा, आशिष टोपनो समेत अन्य शामिल थे.
इसे भी पढ़ें – देश सुरक्षित है तो धर्म भी सुरक्षित है. धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं : योगी आदित्यनाथ
Leave a Reply