Lagatar Desk
Ranchi: संयुक्त स्नातक स्तरीय (सीजीएल) परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ियों के खिलाफ छात्र आंदोलन कर रहे हैं. रविवार (15 दिसंबर) को राजधानी में जुटने वाले हैं. वह परीक्षा के बाद जारी रिजल्ट को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कथित गड़बड़ियों की जांच का आदेश दे दिया है. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद कार्मिक एवं प्रशासनिक विभाग ने आदेश जारी कर दिया है. आदेश के मुताबिक कथित गड़बड़ियों की जांच सीआईडी (अपराध अनुसंधान विभाग) करेगी.
जेएसएससी ने सीजीएल परीक्षा आयोजित की थी. गत 4 दिसंबर को जेएसएससी ने रिजल्ट का प्रकाशन भी कर दिया. जिसके बाद गड़बड़ियों के आरोप सामने आए. रिजल्ट को रद्द करने की मांग होने लगी. राज्य भर में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर विरोध प्रदर्शन किया. इसे लेकर विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है.
परीक्षा और रिजल्ट में गड़बड़ियों को लेकर जो आरोप लग रहे हैं, उसमें सबसे पहला आरोप यह है कि पहले दिन (21 सितंबर) जिन अभ्यर्थियों ने परीक्षा दिया, उनमें से बहुत कम सफल हुए हैं, जबकि जिन अभ्यर्थियों ने दूसरे दिन (22 सितंबर) को परीक्षा दिया, उनमें से अधिकांश को सफल घोषित किया गया. सफल अभ्यर्थियों में पहले व दूसरे दिन परीक्षा देने वालों की संख्या में भारी अंतर है.
सीजीएल परीक्षा और रिजल्ट में कथित गड़बड़ियों का मामला विधानसभा में भी उठा. विपक्ष ने आरोपों की जांच सीबीआई से कराने की मांग की. लेकिन सरकार के स्तर से इसे अस्वीकार करते हुए सीआईडी जांच का आदेश दिया गया है.