Ranchi: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने विधायक सरयू राय समेत कई अन्य के खिलाफ पीई दर्ज करने की अनुमति मांगी है. एसीबी ने यह अनुमति मंत्रिमंडल, सचिवालय एवं निगरानी विभाग से मांगी है. जानकारी के मुताबिक, सरयू राय पर पद पर रहते हुए एनजीओ युगांतर भारती को लाभ पहुंचाने, बिना टेंडर आहार पत्रिका छपवाने व बाजार दर से अधिक दर पर वॉयस मैसेज का कार्य आदेश जारी करने से जुड़ा आरोप लगा था.
इस मामले में जी कुमार नाम के शख्स ने एसीबी में परिवाद संख्या 344/22 दर्ज करायी थी. इसकी जांच के बाद डीएसपी अरविंद कुमार सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 14 सितंबर को पीई जांच की अनुशंसा की थी. इसी रिपोर्ट के आधार पर एसीबी ने इस मामले में पीई दर्ज करने की अनुमति मंत्रिमंडल, निगरानी व सचिवालय विभाग से मांगी है.
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जानें क्या है आरोप
आरोप है कि खाद्य आपूर्ति मंत्री के पद पर रहते हुए सरयू राय ने बिना टेंडर आहारा नाम से एक पत्रिका छपवाई. प्रकाशन का काम झारखंड प्रिंटर को दिया गया. दोबारा छह माह बाद टेंडर हुआ तो शर्त पूरा नहीं किये जाने के बावजूद झारखंड प्रिंटर को काम दिया गया. नौ माह में 2.51 करोड़ रु खर्च दिखाया गया. बताया गया है कि युगांतर भारती नाम की संस्था झारखंड में रजिस्टर्ड नहीं है. फिर भी जांच के नाम पर उसे करोड़ों की राशि उपलब्ध करायी गई. दूसरी तरफ उसी संस्था से सरयू राय ने साल 2015, 2016 और 2017 में अनसिक्योरड लोन के नाम पर लाखों रुपये लिए थे.
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