Ranchi: टॉफी,टी-शर्ट घोटाले की जांच करने रांची से एसीबी की टीम जमशेदपुर पहुंची. एसीबी की तीन सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को बहुचर्चित टी-शर्ट और टॉफी घोटाले की जांच शुरू की. एसीबी की टीम ने शहर के सिद्धगोड़ा समेत कई इलाकों का दौरा किया और घोटाले के आरोपियों से पूछताछ की.

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टॉफी सप्लाई करने वाली कंपनी पहुंची एसीबी
सूत्रों के मुताबिक, एसीबी टीम ने टॉफी सप्लाई करने वाली कंपनी लल्ला इंटरप्राइजेज, सिद्धगोड़ा का दौरा किया. टीम ने लल्ला इंटरप्राइजेज के मालिक कमलेश अग्रवाल से पूछताछ की और टॉफियों की आपूर्ति से संबंधित कागजात की मांग की.
इसमें पता चला कि कमलेश ने एसीबी की टीम को इशारा किया था कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास के तत्कालीन विधायक-प्रतिनिधि पवन अग्रवाल की मदद से उन्हें आपूर्ति करने का आदेश मिला था.
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सूर्य मंदिर के प्रमुख पदाधिकारियों से भी एसीबी ने की बात
सूत्रों के मुताबिक, एसीबी की टीम ने सिद्धगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर के प्रमुख पदाधिकारियों से भी बात की. एसीबी टीम अब अगले कुछ दिनों तक जमशेदपुर में जांच जारी रखेगी. इस दौरान नेताओं सहित कई लोगों से पूछताछ कर जानकारी जुटाएगी. जमशेदपुर एसपी (एसीबी) रविशंकर ने टी-शर्ट और टॉफी घोटाले से संबंधित किसी भी जांच के बारे में अनभिज्ञता व्यक्त की.
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सरयू राय ने उठाया था मामला
गौरतलब है कि अनियमितताएं तब सामने आईं जब जून 2021 में विधायक सरयू रॉय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर टॉफी और टी-शर्ट घोटाले के मामले में सीबीआई या एसीबी जांच की मांग की थी. उन्होंने आरोप लगाया कि 2016-17 में टॉफी, टी-शर्ट, गीत-संगीत, सजावट घोटाला मैनहर्ट घोटाले से ज्यादा गंभीर था. उन्होंने बताया कि इस घोटाले के सभी केंद्रीय पात्र जमशेदपुर से जुड़े हुए हैं.

