LagatarDesk : हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों में गिरावट जारी है. इसकी वजह से गौतम अडानी को काफी नुकसान हुआ है. इस बिकवाली के बीच अडानी ग्रुप अपने निवेशकों का भरोसा वापस से पाने की हर मुकम्मल कोशिश रहा है. इसके लिए अडानी ग्रुप ने लोन का प्री-पेमेंट करने की योजना बनायी है. मार्च के अंत तक अडानी ग्रुप 790 मिलियन डॉलर लोन का भुगतान करेगी. (पढ़ें, बजट सत्र : सदन में राष्ट्रगान के अपमान का मुद्दा गूंजा)
हिंडनबर्ग का आरोप, अडानी ग्रुप ने शेयरों पर भी लिया है लोन
बता दें कि हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को अडानी ग्रुप पर एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि अडानी ग्रुप की कंपनियां 85 फीसदी ओवरवैल्यूड हैं. साथ ही अडानी ग्रुप पर भारी-भरकम कर्ज है. इतना ही नहीं ग्रुप ने अपनी कंपनी के शेयरों पर भी लोन लिया हुआ है. साथ ही ग्रुप ने शेयरों में हेरफेर भी की है. इस रिपोर्ट के बाद निवेशक लगातार बिकवाली करने लगे. साथ ही इसके शेयरों में भी जबरदस्त गिरावट आने लगी. इसके बाद अडानी ने निवेशकों की चिंताएं दूर करने के लिए बांड होल्डर्स के साथ एक बैठक की थी. इसमें ग्रुप के अधिकारियों ने अपनी कुछ यूनिट्स में रिफाइनेंसिंग प्लान्स का खुलासा किया था. साथ ही शेयरों पर लिये गये सभी लोन्स के प्री-पेमेंट की योजना बनायी थीं.
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इस खबर के बाद शेयरों में जोरदार तेजी
लोन के प्री-पेमेंट की खबर के आने के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में उछाल देखा जा रहा है. दोपहर 1 बजे एनडीटीवी में 5 प्रतिशत का उछाल आया और अपर सर्किट लग गया. अंबुजा सीमेंट्स 6 प्रतिशत और एसीसी लिमिटेड 4 प्रतिशत चढ़ गया. इसके अलावा अडानी विल्मर, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी पावर लिमिटेड में 5 प्रतिशत उछाल के साथ अपर सर्किट लग गया. अडानी एंटरप्राइजेस 16 प्रतिशत और अडानी पोर्ट्स 7.5 प्रतिशत बढ़ा है. दूसरी ओर अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड 2.5 प्रतिशत गिरा और अडानी टोटल गैस में 5 प्रतिशत गिरावट के साथ लोअर सर्किट लग गया.
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