LagatarDesk : टेस्ला के सीईओ एलन मस्क अक्सर लोगों को ट्विट करने इन्वेस्टमेंट की सलाह देते हैं. लेकिन इस बार सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने ही मस्क को बिजनेस टिप दे दी. इतना ही नहीं पूनावाला ने एलन मस्क को भारत में निवेश करने का सीधा ऑफर दे दिया. पूनावाला ने राय दी कि यह उनका अब तक का सबसे अच्छा निवेश होगा. (बिजनेस की अन्य खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
पूनावाला ने मस्क को दी राय
पूनावाला ने ट्वीट कर लिखा कि एलन मस्क, अगर आप ट्विटर को खरीदने का काम पूरा नहीं कर पाएं, तो उय पैसे का कुछ हिस्सा इंडिया में निवेश कर सकते हैं. यहां टेस्ला की कार की एक बड़ी और हाई-क्वालिटी फैक्टरी फैक्टरी लगा सकते हैं. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि ये आपका अब तक का सबसे अच्छा इन्वेस्टमेंट होगा.
Hey @elonmusk just in case you don’t end up buying @Twitter, do look at investing some of that capital in INDIA for high-quality large-scale manufacturing of @Tesla cars. I assure you this will be the best investment you’ll ever make.
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) May 8, 2022
केंद्रीय परिवहन मंत्री ने भी दी थी मस्क को सलाह
बता दें कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी मस्क को भारत में निवेश करमे का ऑफर दिया था. गडकरी ने मस्क को इसके फायदे भी गिनवाये थे. उन्होंने कहा था कि टेस्ला अगर भारत में इलेक्ट्रिक कार का मैन्युफैक्चरिंग करेगी तो उनका फायदा होगा. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब देश में सभी इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत, पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की कीमत से कम होगी. इससे पहले भी गडकरी ने मस्क को कहा था कि अगर टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों को भारत में मैन्युफैक्चर करने के लिए तैयार है तो इसमें कोई समस्या नहीं है. लेकिन कंपनी कारें चीन से आयात ना करें
मस्क ने सरकार से आयात शुल्क घटाने की मांग की थी
मालूम हो कि एलन मस्क ने भारत में निवेश करने के लिए सरकार से कुछ रियायत मांगी थी. उन्होंने भारत सरकार से आयात शुल्क घटाने की मांग की थी. मस्क ने कहा था कि टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगा सकती है. बशर्ते उसे देश में आयातित वाहनों के जरिये सफलता मिल जाये. उन्होंने कहा था कि टेस्ला भारत में अपने वाहन उतारना चाहती है, लेकिन किसी भी अन्य बड़े देश की तुलना में यहां आयात शुल्क सबसे ज्यादा है. देश में पूर्ण रूप से आयातित कारों पर लागत, बीमा और मालभाड़ा मिलाकर 100 फीसदी आयात शुल्क लगता है.