- आरटीआई में हुआ खुलासा
- 2023 में तत्कालीन सीओ ने जमीन को कराया था कब्जा मुक्त
- अब दोबारा चल रहा अवैध निर्माण
Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर नगर निगम के वार्ड 27 में करीब ढाई करोड़ की 2.41 एकड़ सरकारी जमीन को खरीद फरोख्त का खेल छह वर्ष पूर्व से चल रहा था. जिसे भू माफियाओं ने प्लाटिंग कर आम लोगों को बेच दी थी. इसका खुलासा आरटीआई कार्यकर्ता रंजन दास के द्वारा जानकारी मांगे जाने पर हुई. जिसके बाद जून 2023 में तत्कालीन सीओ ने जमीन को कब्जामुक्त करने की कार्रवाई थी. लेकिन जमीन को खाली कराकर यूं ही छोड़ दिया गया.
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इसके बाद अब दोबारा भू माफिया इस जमीन को घेराबंदी कर अवैध निर्माण करवा रहे हैं. इस जमीन का खरीद फरोख्त की बातें अन आदित्यपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है. बता दें कि आदित्यपुर नगर निगम के वार्ड 27 में रेलवे कॉलोनी से सटे 2.41 एकड़ सरकारी जमीन है जिसपर इच्छापुर के भू माफियाओं ने करीब 30 वर्षों से अवैध कब्जा कर रखा था. अब इसी अवैध दखल का हवाला देकर भू माफिया आम लोगों को करोड़ों के भाव में जमीन बेच दी है जिसपर इन दिनों धड़ल्ले से अवैध निर्माण कार्य जारी है. आटटीआई और सामाजिक कार्यकर्ता रंजन दास द्वारा अंचलाधिकारी गम्हरिया से दोबारा शिकायत की गई है. लेकिन पुलिस प्रशासन मौन है.
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बताया जा रहा है कि इसमें अंचल कार्यालय की शह है जिसके वजह से यह कार्य धड़ल्ले से जारी है और बचे हुए जमीन की प्लाटिंग कर बेची जा रही है. शिकायतकर्ता रंजन दास बताते हैं 48 खाते कि प्लॉट नंबर 1126, 1127, 1128 और 1129 को अवैध कब्जा दिखाकर भू माफिया अंचल कार्यालय की शह पर जमीन की प्लाटिंग कर उसे बेच रहे हैं. वर्ष 2023 में तत्कालीन अंचलाधिकारी द्वारा अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया गया था, लेकिन मौजूदा अंचल प्रशासन इस बात से मौन है और भू-माफियाओं की चांदी है.