dityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर-कांड्रा मुख्य मार्ग पर एक करोड़ की लागत से मुख्य मार्ग के वैसे जगहों पर स्ट्रीट लाइट लगाए जाएंगे जो एक्सीडेंट जोन व ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किए गए हैं. इसका प्रस्ताव जेएआरडीसीएल के स्थानीय प्रोजेक्ट मैनेजर सत्या प्रमोद ने पथ निर्माण विभाग सरायकेला को भेजा है. बता दें कि वर्तमान में आदित्यपुर-कांड्रा मेन रोड की 15.1 किलोमीटर की लंबी पथ पर महज छह किलोमीटर के 520 पोल पर ही स्ट्रीट लाइट लगे हैं.
इसे भी पढ़ें :जमशेदपुर : टाटानगर स्टेशन में विक्षिप्त ने रेलकर्मी को मारा चाकू, अस्पताल में भर्ती
ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित स्थल-
टोल ब्रिज मोड़ से केंदू गाछ तक 800 मीटर और केंदू गाछ से टीचर्स ट्रेनिंग मोड़ तक कुल 1200 मीटर्स सड़क ब्लैक स्पॉट के रूप में पथ निर्माण विभाग ने चिन्हित किया है. बता दें कि टाटा कांड्रा रोड पर खरकाई ब्रिज से लेकर आरआईटी मोड़ एवं टीचर्स ट्रेनिंग मोड़ से लेकर उषा मोड़ तक मेन रोड और सर्विस रोड में कुल 303 पोल लगे हुए हैं जिसमें 210 पोल में मुख्य मार्ग पर डबल आर्म वाले एवं लगभग 100 पोल सर्विस रोड में सिंगल आर्म वाले पर स्ट्रीट लाइट लगे हुए हैं. सभी पोल के आर्म पर 400 वाट का सोडियम वेपर लैंप लगा हुआ है. बता दें कि 90 फीसदी रोड लाइट खराब होने के कारण इस मार्ग पर चलने वाले लोगों विशेषकर दोपहिया वाहन चालकों, साइकिल चालकों एवं पैदल यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लाइट खराब रहने के कारण कई बार प्रशासनिक समस्याएं भी सामने आ रही है.
इसे भी पढ़ें :जमीन के बदले नौकरी मामला : लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती की आज दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी
पूरी सड़क पर स्ट्रीट लाइट की मांग
आदित्यपुर विकास समिति के अध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह ने सड़क दुर्घटना में वृद्धि और डेढ़ साल में करीब 2 सौ लोगों की जान जाने का हवाला देते हुए आइएलएफएस के रीजनल हेड राजीव सिन्हा और पथ निर्माण विभाग से टाटा कांड्रा मार्ग में सभी जगह रोड लाइट लगाने की मांग की है. वर्तमान में सिर्फ खरकई ब्रिज से आरआईटी मोड़ एवं टीचर्स ट्रेनिंग मोड़ से उषा मार्टिन मोड़ तक ही लाइट लगा हुआ है.
इसे भी पढ़ें :बिहारः हाथियों ने मचाया उत्पात, जो रास्ते में आया रौंदते गए, देखें वीडियो