- घाट-पाठ अनुष्ठान का शुभारंभ 7 अप्रैल को भैरव पूजा के साथ होगी
Adityapur (Sanjeev Mehta) : हर वर्ष राज्य सरकार के द्वारा राज्य की सांस्कृतिक राजधानी मानी जाने वाली सरायकेला में आयोजित छऊ महोत्सव की तैयारी शुरू हो गई है. बता दें कि कला-संस्कृति, खेलकूद तथा पर्यटन विभाग झारखंड सरकार की ओर से हर वर्ष सरायकेला के बिरसा मुंडा स्टेडियम में राजकीय “चैत्र पर्व छऊ महोत्सव 2024’ का आयोजन भव्य तरीके से होगा. जिसके लिए इस वर्ष 60 लाख रुपए का बजट तैयार किया गया है. छऊ नृत्य तथा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ 11 अप्रैल को बिरसा मुंडा स्टेडियम में प्रारंभ होगा, परंतु छऊ नृत्य से जुड़े विभिन्न घाट-पाठ अनुष्ठान का शुभारंभ 7 अप्रैल को भैरव पूजा के साथ होगा.
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आयोजन को लेकर जिला प्रशासन की एक कमेटी बनाई गई है, जिसमें संयोजक की जिम्मेदारी राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र के पूर्व निदेशक तपन कुमार पटनायक को दी गई है. उन्होंने कहा कि छऊ हमारी संस्कृति है. यह हमारी परंपरा है इसे जीवित रखना है. कमेटी में उपायुक्त पदेन अध्यक्ष हैं, जबकि सचिव अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला हैं. उनके दिशा-निर्देश पर तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस वर्ष आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए स्थानीय कलाकारों तथा राज्य स्तर के कलाकारों को शामिल करते हुए चैत्र पर्व महोत्सव को रंगारंग बनाया जाएगा. छऊ नृत्य से जुड़े हमारे घाट पाठ अनुष्ठान भी पारंपरिक रूप से किए जाएंगे.
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आदर्श आचार संहिता के कारण महोत्सव में नहीं होगी प्रतियोगिता
आदर्श आचार संहिता की वजह से इस वर्ष छऊ महोत्सव में प्रतियोगिता का आयोजन नहीं होगा. बता दें कि चैत्र पर्व छऊ महोत्सव के दौरान प्रत्येक वर्ष ग्रामीण कला दलों के बीच प्रतियोगिता का आयोजन होता था. अच्छे प्रदर्शन करने वाले दलों को मुख्य मंच पर परफॉर्मेंस के लिए स्थान दिया जाता था. परंतु इस बार नृत्य प्रतियोगिता को स्थगित कर दिया गया है. पिछले वर्ष नृत्य प्रतियोगिता में पहला दूसरा एवं तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले नृत्य दलों को इस वर्ष मुख्य मंच पर नृत्य पेश करने का अवसर दिया जा रहा है.
कार्यक्रम पर एक नजर
भैरव पूजा 7 अप्रैल, शुभ घट 8 अप्रैल, झुमकेश्वरी माता की पूजा 9, यात्रा घट 10, वृंदावन घट 11, गोरिया भार-12, कालिका घट-13, पाट संक्रांति-14 अप्रैल को होगी.