adityapur (Sanjeev Mehta) : झारखंड सरकार से राज्यकर्मियों की सेवानिवृति की आयु सीमा 62 वर्ष करने की मांग अखिल झारखंड कर्मचारी महासंघ के संरक्षक शशांक गांगुली ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से की है. गांगुली ने कहा है कि प्रतिवर्ष काफी संख्या में झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों से कर्मी पदाधिकारी सेवानिवृत हो रहे हैं, लेकिन रिक्त पदों को भरा नहीं जा रहा है. कम स्ट्रेंथ के कारण सरकारी कार्यों में काफी बाधाएं आ रही हैं. फुल स्ट्रेंथ होने से सरकारी काम आसानी से संपन्न हो पाएगी.
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दूसरी ओर प्रतिवर्ष काफी संख्या में सेवानिवृत होने पर सरकार को प्रतिवर्ष देयता देने में काफी रकम सरकार के फंड से निकल रहा है. अगर सेवानिवृत की आयु सीमा 62 की जाती है तो तत्काल सरकारी कामों में प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. साथ ही देयता राशि तत्काल चुकता करने का भार तत्काल नहीं पड़ेगा. इन पैसों को विकास कार्यों में लगाया जा सकता है. गांगुली ने मुख्यमंत्री से इस पर गंभीरता से विचार करने और उचित लगे तो इस पर जल्द से जल्द अमल करने की मांग की है.