Adityapur (Sanjeev Mehta) : विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासी समुदाय को एकजुट कर उन्हें अपने हक और अधिकार को पहचानने और समाज में एक एकजुटता बनाए रखने के लिए यह दिवस मनाया जाता है, उक्त बातें बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर राजू मांझी ने कही. वे बतौर मुख्य अतिथि गम्हरिया के पिंड्राबेडा ग्राम में सिंञ दिसुम माझी परगना महाल द्वारा मनाये जा रहे विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे. कार्यक्रम में गम्हरिया प्रखंड के सारे माझी बाबा शामिल हुए और एकजुटता का परिचय दिया. वक्ताओं ने जल जंगल जमीन को बचाने के लिए सारे आदिवासियों से एकजुट होने का आह्वान किया एवं जल जंगल जमीन को बचाने के लिए सड़क से संसद तक अपनी आवाज पहुंचाने का निर्णय लिया. कार्यक्रम में रामदास टूडू ने विश्व आदिवासी दिवस पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज को अपनी एकजुटता बरकरार रखनी चाहिए तभी जाकर हमारे समाज का उत्थान होगा. विश्व आदिवासी दिवस पर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
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ये थे उपस्थित
परगना बाबा नन्दलाल टुडू, रापचा के मुखिया सुकूमती मार्डी, डुमरा पंचायत मुखिया पियो हांसदा, सोनाराम मार्डी, पवन चंद्र हांसदा, सुजान हांसदा, मांझी बाबा बेद्देश्वर मार्डी, जयराम मुर्मू, मनसा राम मुर्मू, भीम हांसदा, रवि हांसदा, सुरेश हांसदा, गुलिया बेसरा, राम हेमब्रम, लखिन्द्र मार्डी, सूदन सोरेन, राजेन कुमार मांझी, बिराम मुर्मू आदि उपस्थित थे.