Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर के विभिन्न नदी तट पर कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने खरकई नदी में स्नान किया. पूर्णिमा का स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने दान पुण्य किया. स्नान दान करने में महिलाओं और पुरुषों के साथ बच्चों ने भी दान किया. शास्त्रों में इस दिन को बेहद महत्वपूर्ण बताया गया है. बता दें कि कार्तिक पूर्णिमा पर भगवान विष्णु की पूजा होती है. यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य का अवतार धारण किया था, जिन्हें भगवान विष्णु का प्रथम अवतार भी माना जाता है.
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दीप-दान को दस यज्ञों के समान है माना जाता
आमतौर पर इस दिन गंगा स्नान के बाद दीप-दान किया जाता है. इस दीप-दान को दस यज्ञों के समान माना जाता है. कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है. विद्वानों की माने तो गंगा नदी में स्नान करने से पुण्य मिलता है. इस दिन गंगा नदी में स्नान करने मात्र से पापों का नाश होता है तथा अनंत पुण्यफल की प्राप्ति होती है. कहा जाता है कि इस दिन गंगा नदी में स्नान करना उचित माना गया है. जो लोग ऐसा नहीं कर सकते तो घर में ही पानी में गंगाजल डालकर जरूर स्नान करें.
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