Adityapur (Sanjeev Mehta) : 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति और एकल पद आरक्षित करने के विरोध में एकता विकास मंच ने रविवार की शाम जुलूस निकाला. जुलूस गम्हरिया दुर्गा पूजा मैदान से निकल कर गम्हरिया प्रखंड कार्यालय तक गया. इसमें काफी संख्या में महिला पुरुष शामिल हुए. प्रखंड कार्यालय पहुंचकर जुलूस सभा में तब्दील हो गई. सभा में मंच के केंद्रीय अध्यक्ष एके मिश्रा ने कहा कि झारखंड में गैर आदिवासियों को हमेशा किसी न किसी रूप में प्रताड़ित और परेशान किया जा रहा है. कभी खतियान के आधार पर, कभी स्थानीयता के नाम पर तो कभी भाषा के नाम पर तो कभी दखल दिहानी के नाम पर. उन्होंने कहा कि 15 नवंबर 2000 से स्थानीय नीति लागू की जाए. झारखंड में रह रहे गैर आदिवासियों के साथ भेदभाव करना बंद किया जाए.
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गैर आदिवासियों के अधिकार और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. 1932 खतियान के आधार पर स्थानीय नीति को वापस लिया जाए. झारखंड में म्युनिसिपल कारपोरेशन में एकल पद आरक्षित करने से यहां रह रहे अन्य लोगों के साथ भेदभाव अन्याय होगा. इसे वापस लिया जाए. जुलूस में शामिल लोग सरकार विरोधी नीतियों के विरुद्ध नारे लगा रहे थे. झारखंड में जनसंख्या एवं रोस्टर सिस्टम के आधार पर म्युनिसिपल कारपोरेशन में चुनाव कराने की मांग सरकार से कर रहे थे.
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सभा में धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर पीके सिंह ने किया. जुलूस में राष्ट्रीय प्रवक्ता एनसीपी डॉ पवन पांडे, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एनसीपी विजय वासनी पांडे, जितेंद्र मिश्रा केंद्रीय उपाध्यक्ष, सुदर्शन सिंह, सुजीत कुमार, बसंत, अर्जुन सिंह, कृष्णा गुप्ता, कमलेश कुमार, एसके घोष, अमन कुमार, दीपक कुमार, पिंटू कुमार, राकेश कुमार, राजेश कुमार, केके पांडे, जिला महिला अध्यक्ष हरप्रीत कौर, सुनैना देवी, रिंकू देवी, मधु प्रसाद, मीरा देवी, गुड़िया देवी, सुनीता देवी, रोमी देवी, धर्मशिला देवी, रंजू देवी, परम शीला देवी आदि शामिल थे.