Adityapur : लघु उद्यमियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को नगर निगम के नगर अपर आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद और मेयर विनोद श्रीवास्तव से मुलाकात की. यह मुलाकात प्रदेश उपाध्यक्ष रूपेश कतरियार के नेतृत्व में उद्योगों को पानी के नये स्थायी कनेक्शन देने की मांग को लेकर की गई. मालूम हो कि नगर निगम ने होल्डिंग संख्या लेने के उपरांत ही पानी का कनेक्शन देने का फरमान जारी किया है. दूसरी तरफ, उद्यमी इसे देने को तैयार नहीं हैं. लघु उद्यमियों ने होल्डिंग टैक्स की अनिवार्यता पर स्पष्टीकरण के लिये अपर नगर आयुक्त से चर्चा भी की.
होल्डिंग टैक्स पर उद्यमियों ने रखा अपना पक्ष
उद्यमियों का कहना है कि जब वे जियाडा को रेंट लेवी देते रहे हैं तो उनसे होल्डिंग टैक्स लेने की अनिवार्यता क्यों? उद्यमियों ने ऐसा नहीं करने की मांग करते हुए अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि जियाडा क्षेत्र के अंतर्गत सारे उद्योग पहले से ही रेंट और लेवी सरकार को अदा करते हैं तो उस भूमि पर पुन: नगर निगम का होल्डिंग टैक्स की मांग करना अनुचित है. इससे लघु उद्योगों पर दोहरी मार और भार पड़ेगा. अपर नगर आयुक्त ने कहा कि राज्य के शहरी इलाकों में उद्योगों से निकाय द्वारा होल्डिंग टैक्स लिया जाता है, यह सरकार की पॉलिसी है. इसमें स्थानीय रूप से कुछ नहीं कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि वैसे भी इस मामले को लेकर कुछ उद्यमी अदालत की शरण में गए थे, जहां फैसला निकायों के पक्ष में आया है.
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जियाडा के सहमति से नए पानी का कनेक्शन कर दिया जाए
लघु उद्योग भारती ने कहा कि जल की आपूर्ति के बिना मजदूर और उद्योग नहीं चल पाएंगे. इसीलिए जियाडा के सहमति का शपथ पत्र लेकर पानी का नया कनेक्शन कर दिया जाए. वे लोग इस मामले को लेकर जियाडा के क्षेत्रीय निदेशक से भी मिलेंगे. साथ ही वे नगर निगम को जल कर देने को भी तैयार हैं. उद्यमियों ने औद्योगिक क्षेत्र में आदित्यपुर क्षेत्र की सड़कों की दुर्दशा की भी बात रखी. सड़कों को बरसात के पूर्व ठीक कराने की भी मांग की.
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