- झूठे केस में फंसाने और मारपीट की दी धमकी
- पीड़ित ग्राहक अब लेंगे पीएमओ और शीर्षस्थ अधिकारियों का सहारा
Adityapur (Sanjeev Mehta) : किसान विकास पत्र का मैच्योरिटी का पैसा के लिए 2 साल से दौड़ लगा रहे आदित्यपुर के ग्राहक राजेश कुमार मिश्रा के साथ बिष्टुपुर डाक कर्मचारियों ने मंगलवार को दुर्व्यवहार किया है. जब वे अपने मैच्योरिटी के पैसे की समस्या लेकर बिष्टुपुर प्रधान डाकघर पहुंचे तो उनके साथ उज्ज्वल दासगुप्ता और अभिनव कुमार नामक अधिकारियों ने झूठे केस में फंसाने और मार पिटाई की दी धमकी देकर ऑफिस से बाहर कर दिया.
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इस बात से विचलित पीड़ित ग्राहक ने कहा अब हद हो गई है उनके पास अब पीएमओ कार्यालय में गुहार लगाने और शीर्षस्थ अधिकारियों का सहारा लेने के सिवाय कोई चारा नहीं बचा है. उनसे मौजूद अधिकारी ने कहा कि वे अपना पैसा मांगने बिष्टुपुर हेड आफिस को नसीहत नहीं दे सकते हैं न ही आप अपनी बात को गर्म जोशी से रख सकते हैं. उन्हें धमकी देते हुए कहा गया कि ग्राहक मुख्य डाक विभाग में सीधे नहीं आ सकता है. उन्हें धमकाने में उज्जवल दास गुप्ता के साथ सभी डाक विभाग के कर्मचारी शामिल थे.
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बता दें कि आदित्यपुर डाकघर में पीडित ग्राहक राजेश कुमार मिश्रा जो एलआईजी स्थित दस महाविद्या काली मंदिर के पुजारी हैं ने डाकघर से 3 लाख रुपये का किसान विकास पत्र जमा पूंजी के रूप में खरीदा था, जिसकी मैच्योरिटी वर्ष 2021 में पूरी हो गई थी. लेकिन कोरोना काल की वजह से वे उस समय राशि नहीं ले पाए, अब उन्हें किसान विकास पत्र की मैच्योरिटी राशि लेने के लिए 2022 से डाकघर और डाक विभाग के अधिकारी दौड़ लगवा रहे हैं. राकेश मिश्रा ने बताया कि उनकी बेटी की शादी तय हो रही है जिसके लिए पैसों की जरूरत है लेकिन डाक विभाग के अधिकारी आज कल कहकर टाल रहे हैं.
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उन्होंने बताया कि लंबा समय बीत गया परन्तु न पैसा मिला है न ही कोई लिखित आश्वासन, जब भी बात किया तो मुझे इस हप्ते अगले हफ्ते कहकर टाला गया है. उन्होंने बताया कि आदित्यपुर के पोस्टमास्टर हमेशा कह रहें हैं कि हम प्रयास कर रहें हैं लेकिन उनका प्रयास नाकाफी साबित हो रहा है. मैं अपने मेहनत के पैसे के लिए जूता घिस रहा हूं. वे बताते हैं उन्होंने जब राशि इन्वेस्ट किया था तब आदित्यपुर के ही रहने वाले पोस्ट मास्टर सीएल तिवारी थे. उन्होंने ही मेरा इंवेस्टमेंट कराया था. लंबे समय तक उन्होंने प्रोसेस नहीं किया था, अब प्रोसेस की बात कहते हैं तो कभी कर्मचारी नहीं है तो कभी एप्रोवल करने वाले अधिकारी नहीं हैं, तो कभी कोई गांव चला गया है यह कहकर टाला जा रहा है. इसी बात को लेकर वो मंगलवार को बिष्टुपुर प्रधान डाकघर पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि अब मेरी परेशानी बढ़ गई है क्योंकि मेरी बेटी की शादी तय हो गई है.
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यहां तक कि पैसा न रहने के कारण शादी से मुझे पीछे हटना पड़ सकता है. ऐसी स्थिति में मैं मानसिक तनाव में आ गया हूं. राजेश मिश्रा इसके लिए पूर्व पोस्ट मास्टर सीएल तिवारी पर गैर जिम्मेदाराना कार्य करने का आरोप लगा रहे हैं. वे बताते हैं कि उन्होंने मुझे यह तक नहीं बताया कि किस एजेंट के तहत मेरा पैसा इन्वेस्टमेंट कराया गया है. मुझे बाद में पता चला कि डाक विभाग का कोई स्थायी कर्मचारी डायरेक्ट इंवेस्टमेंट नहीं करा सकता है. मुझे आशंका है कि मेरे साथ 420 वाला कार्य हुआ है. अब वे सभी जगह से थक हारकर पीएमओ कार्यालय और वरीय अधिकारियों की शरण में जाएंगे और मीडिया को डाकघर में ग्राहकों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार और चीटिंग से अवगत कराएंगे.