Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर वृहद जलापूर्ति योजना के तहत निर्माणाधीन 11 जलमीनार के अलावा वार्ड 11 में स्थित पहाड़ी बाबा आश्रम की पहाड़ी पर 5 लाख मिलियन गैलन क्षमता का रिजरवायर टंकी बनाने की योजना जुडको ने बनाई है. इसके लिए वन विभाग से जुडको ने एनओसी मांगी है. इस रिजरवायर से जलमीनारों को फीडबैक के तहत पानी भेजा जाएगा. यह जानकारी जलापूर्ति योजना के नोडल ऑफिसर सिटी मिशन मैनेजर अजय कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि सपड़ा ट्रीटमेंट प्लांट का भी अभी दूसरे फेज का एनओसी लंबित है. अभी केवल जमीन हस्तांतरित हुआ है, लेकिन जमीन पर कार्य करने की अनुमति का इंतजार है.
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बता दें कि आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के करीब 60 हजार परिवारों के लिए यहां वृहत जलापूर्ति योजना जिंदल पावर द्वारा 397 करोड़ रुपए से निर्माणाधीन है. इस स्कीम से आदित्यपुर के शत-प्रतिशत परिवारों को पाइप लाइन जलापूर्ति का लाभ मिलने लगेगा. वर्तमान में महज करीब 13 हजार परिवारों को ही पाइप लाइन जलापूर्ति का लाभ पुरानी जलापूर्ति योजना से मिल रही है. बाकी करीब 50 हजार परिवार डीप बोरिंग या बोरिंग कराकर भूमिगत जलापूर्ति पर निर्भर हैं. इनमें करीब 200 अपार्टमेंट में रहने वाले परिवार शामिल हैं, जिन्हें हर वर्ष भूमिगत जलस्तर गिरने पर रुपए खर्च कर खरीद कर पानी पीने को मजबूर हैं. वृहत जलापूर्ति योजना में कुल 490 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जानी है. वहीं 11 जलमीनार बनने हैं. इसके अलावा सपड़ा में 60 एमजीडी क्षमता और सीतारामपुर में 30 एमजीडी क्षमता का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण होना है.
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इसमें 397 किलोमीटर पाइप लाइन बिछ चुकी है और 10 जलमीनार का निर्माण प्रगति पर है. एक जलमीनार के लिए जमीन का एनओसी वन विभाग से मिलना बाकी है. आदित्यपुर में भीषण जल संकट है. यहां करीब 200 अपार्टमेंट हैं, जहां पानी की घोर किल्लत है, जिसे नगर निगम टैंकर की सुविधा यह कहकर नहीं दे रही है कि आप सक्षम हैं, मेरे पास केवल बस्तियों में जलापूर्ति करने के लिए टैंकर हैं. इससे अपार्टमेंट्स के लोगों को जुस्को या दूसरी एजेंसियों से महंगे टैंकर मंगाकर जरूरतें पूरी करनी पड़ रही हैं.