Adityapur (Sanjeev Mehta) : चार दिन है जिंदगी हंसी खुशी में काट ले, मत किसी का दिल दुखा दर्द सबके बांट लें. कुछ नहीं है साथ जाना एक नेकी के सिवा, गांठ में ये बांध लें….. कन्हैया सिंह के फेसबुक पेज का ये अंतिम पोस्ट काफी कुछ कहता है. क्या कन्हैया सिंह को पूर्व से कोई अंदेशा था या हत्या से 6 घंटे पूर्व किया गया ये मार्मिक पोस्ट बस यूं ही था. अगर इस बात में कोई सच्चाई है तो कोई है जो उनके मार्मिक पोस्ट के पीछे की कहानी को छुपा रहा है.
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अपराधियों ने गोली मार की थी हत्या
29 जून की रात 10 बजे ठेकेदार कन्हैया सिंह की हत्या तीन अज्ञात अपराधियों ने गोली मार कर कर दी थी. ठीक उसी दिन करीब 4 बजे उन्होंने यह पोस्ट अपने फेसबुक पर अपलोड किया था. आखिर कुछ तो मायने होंगे इस पोस्ट के. आज उनकी हत्या के छह दिन बीत चुके हैं, पुलिस बगैर किसी सुराग के हाथ पांव चला रही है. अब तक 18 अपराधी किस्म के लोगों से पुलिस पूछताछ कर थक चुकी है. इस कांड के खुलासे के लिए गठित एसआईटी की टीम की मॉनिटरिंग खुद डीआईजी कर रहे हैं. मंगलवार को टाटा स्टील से डॉग स्क्वायड बुलाकर पुलिस ने अपराधियों की टोह ली थी. जमशेदपुर की टेक्निकल टीम भी इस मामले में लगी हुई है लेकिन नतीजा शून्य ही है. हालांकि राजनीतिक और सामाजिक दवाब भी पुलिस को झेलना पड़ रहा है. पहले 72 घंटे फिर 48 घंटे का अल्टीमेटम पुलिस को मिल चुका है. 48 घंटे का अल्टीमेटम मंगलवार की शाम 6 बजे पूरा हो गया है. अब देखना लाजिमी होगा कि आखिरकार पुलिस किस नतीजे पर पहुंचती है.
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क्या बच सकती थी कन्हैया सिंह की जान ?
इधर, इस मामले में कई लोगों का आरोप है कि पुलिस आकाश गोप के हत्यारे को पकड़ लेती तो कन्हैया सिंह की जान बच सकती थी. चूंकि सतबहनी में मारा गया कार्तिक गोप और सालडीह शिरीष भट्ठा पर अपराधियों के गोली का शिकार हुए आकाश गोप के पिता शंकर गोप पूर्व विधायक अरविंद सिंह के खास माने जाते हैं. वैसे पुलिस सभी बिंदुओं पर अपना अनुसंधान जारी रखे हुए है. पुलिस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी कर इसका खुलासा वह कब करेगी यह तो वही जाने. लेकिन पुलिस के समक्ष अब भी यह यक्ष प्रश्न है कि कन्हैया सिंह की हत्या क्यों और कैसे व किसने की?
22 फरवरी से अब तक 10 हत्याएं
22 फरवरी – बड़ा गम्हरिया में स्क्रैप व्यापारी संजय उर्फ चमटू की गोली मारकर हत्या की गई थी.
24 मार्च : देवव्रत गोस्वामी उर्फ देबू दास की हत्या गोली मारकर की गई.
27 अप्रैल : आरआईटी थाना क्षेत्र के बन्तानगर में संजय कुमार महतो की हत्या गोली मारकर की गई.
2 मई : सतबहनी में कार्तिक गोप की हत्या तलवार से काटकर कर दी गई.
24 मई : मुस्लिम बस्ती के पास रेलवे लाइन किनारे राजकुमार कालिंदी की गोली मारकर हत्या की गई.
29 मई : आरआईटी थाना क्षेत्र के इच्छापुर तालाब के पास गला दबाकर रंजन गोप की हत्या की गई.
7 जून : सतबहनी दुर्गा पूजा मैदान में ट्रिपल मर्डर आशीष गोराई, सुबीर चटर्जी और राजू गोराई की हत्या कर दी गई.
29 जून : कन्हैया सिंह की हत्या गोलियां से भूनकर और चापड़ से वार कर की गई.