Adityapur (Sanjeev Mehta) : एक्सआइटीई कॉलेज गम्हरिया में पहली बार “व्यापार, वाणिज्य, मानविकी और सामाजिक विज्ञान में पारंपरिक रुझान और समकालीन चुनौती विषय पर यूजीसी प्रायोजित राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन रविवार को शुरू हुआ. राष्ट्रीय सम्मेलन को भारतीय सामाजिक परिषद द्वारा प्रायोजित किया गया है. इसमें विज्ञान अनुसंधान (ICSSR) और पूर्वी क्षेत्रीय केंद्र सहभागिता निभा रहा है.
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स्वागत भाषण प्रिंसिपल फादर डॉ. ईएफ्रांसिस ने दिया
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह साढ़े दस बजे कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा दीप प्रज्ज्वलन व प्रार्थना नृत्य से हुई. स्वागत भाषण प्रिंसिपल फादर डॉ. ईएफ्रांसिस ने दिया. कार्यक्रम में कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गंगाधर पांडा मुख्य अतिथि और डॉ. संजय पात्रो मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए. मंच पर मौजूद गणमान्य व्यक्तियों में टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट के एचआर हेड सुदीप्तो लाहिरी, कोल्हान विश्वविद्यालय के एनईपी समन्वयक डॉ. आर.के.कर्ण, डॉ. अर्चना सिन्हा, संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष, कोल्हान विश्वविद्यालय डॉ. डीके. मित्र, वाणिज्य विभाग, जमशेदपुर सहकारी महाविद्यालय के डॉ. प्रभात कुमार पाणि, वित्त अधिकारी कोल्हान विश्वविद्यालय के मौजूद थे.
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12 राज्यों के प्रतिभागियों ने लिया भाग
कार्यक्रम का उद्घाटन व परिचय सम्मेलन के संयोजक फादर मुक्ति क्लेरेंस, वाइस प्रिंसिपल और संयोजक द्वारा किया गया. एक्सएलआरआई के डीन ऑफ एकेडमिक्स डॉ. संजय पात्रो ने मुख्य भाषण दिया. उन्होंने अपने शोध कार्य को साझा किया और वीयूसीए और प्रौद्योगिकी में हाल के रुझानों के बारे में बात की. आर.के.कर्ण एनईपी समन्वयक कोल्हान विश्वविद्यालय ने श्रोताओं के साथ एनईपी के प्रावधानों को साझा किया और बताया कि यह कैसे हमारी वर्तमान शिक्षा प्रणाली में बहुत आवश्यक परिवर्तन लाएगा. सम्मेलन में कुल 80 शोध पत्र प्राप्त हुए जिसमें से 65 शोध पत्र स्वीकार किए गए. 27 शोध पत्र ऑनलाइन स्वीकार किए गए. 36 पेपर ऑफलाइन प्रस्तुत किए गए कुल 12 राज्यों के प्रतिभागियों ने भाग लिया. कुल 23 विश्वविद्यालयों से प्रतिभागी आए हुए थे. 50 रिसर्च स्कॉलर ने अपना पत्र प्रस्तुत किया. 25 पुरुष प्रतिभागी और 49 महिला प्रतिभागियों ने अपना पत्र प्रस्तुत किया. राष्ट्रीय सम्मेलन के सभी गणमान्य व्यक्तियों का अभिनंदन एवं सम्मान किया गया.
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