Adityapur(Sanjeev Mehta): दशहरा और नवरात्र में कारों की बिक्री का बाजार मंदा है. आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित कई वाहन कंपनियों के शो-रूम का जायजा लेने के बाद यह बात सामने आई. कोल्हान प्रमंडल में अधिकतर वाहन कंपनियों के शो-रूम सरायकेला-खरसावां जिला के आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित हैं. इसके बावजूद महंगी कारों की वेटिंग लिस्ट भी लंबी है. इसकी वजह कुछ शौक है तो कहीं न कहीं पुअर सप्लाई चेन भी जिम्मेदार है.
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स्विफ्ट डिजायर, वैगनआर, ब्रीजा की मांग ज्यादा
सबसे ज्यादा बिकनेवाली मारुति-सुजुकी की कारों की बिक्री भी अपेक्षा अनुसार कम ही है. मारुति सुजुकी के सेल्स एक्जीक्यूटिव मैनेजर विनय कुमार बताते हैं कि अभी दशहरा में उनके यहां स्विफ्ट डिजायर, वैगनआर, ब्रीजा मॉडल की मांग ज्यादा है. चारों मॉडल की करीब 60 कारें उन्हें दशहरा के मौके पर डिलीवरी देनी है. इनका मानना है कि धनतेरस में कारों की डिमांड ज्यादा रहने की संभावना है.
लोग धनतेरस में वाहनों की खरीदारी करते हैं
स्कोडा शो-रूम के सेल्स एक्जीक्यूटिव नरेंद्र पटनायक ने बताया कि उनके यहां स्कोडा के एसयूवी कुशाक और स्लाविया कार की डिमांड ज्यादा है. नवमी तक उन्हें दोनों वर्जन की 16 कारों डिलीवरी देनी है. इनका मानना है कि लोग दशहरा से ज्यादा धनतेरस में वाहनों की खरीदारी करते हैं.
हुंडई के टस्कन कार की वेटिंग लगभग डेढ़ वर्ष
हुंडई कार शोरूम के जीएम अजीत मणि ने बताया कि 38 लाख रुपये कीमत की टस्कन कार की वेटिंग लगभग डेढ़ वर्ष की चल रही है. एसयूवी रेंज की 15 लाख रुपये की कार क्रेटा की वेटिंग भी करीब एक वर्ष है. 22 लाख रुपये की कार अल्काजार की वेटिंग तीन महीने की चल रही है. इस दशहरा हुंडई की 110 कारों की डिलीवरी होनी है. कोरोना काल के बाद कार की मांग 35 फीसदी बढ़ी है. लोग अब पर्सनल व्हीकल्स प्रेफर कर रहे हैं. मैन्युअल के बजाय ऑटोमेटिक गाड़ियों का डिमांड भी बढ़ी है.
महिंद्रा के स्कार्पियो की वेटिंग दो साल
महिंद्रा के वाहनों की वेटिंग दो माह से दो साल तक की चल रही है. सेल्स मैनेजर विजय बनर्जी बताते हैं कि महिंद्रा के वाहनों का सप्पलाई चेन पुअर है, जिसकी वजह से सबसे अधिक बिकने वाली 23.50 लाख की स्कार्पियो की वेटिंग दो साल चल रही है. जबकि 16.50 लाख की थार नौ माह के वेटिंग लिस्ट में है. वहीं 27 लाख का एक्सयूवी 7000 की वेटिंग डेढ़ साल है. सबसे कम कीमत 12 लाख रुपये की गाड़ी की वेटिंग दो माह चल रही है.
मर्सिडीज जीएलएस के लिये एक साल का इंतजार
मर्सिडीज की 1.16 करोड रुपये की महंगी कार जीएलएस एक साल की वेटिंग पर मिल रही है. जबकि 90 लाख से 1 करोड़ रुपये की जीएलई कार भी ग्राहकों को छह माह के इंतजार के बाद मिल रहा है. यहां के सेल्स मैनेजर शुभोदीप बताते हैं कि सप्लाई चेन पुअर होने की वजह से इस दशहरा हम केवल छह वाहनों की ही डिलीवरी दे पा रहे हैं.
फॉक्सवैगन के लिये लगेंगे चार से छह माह
यदि आप दशहरा और धनतेरस में फॉक्सवैगन के वाहन लेने की इच्छा है तो आपको 4-6 माह प्रतीक्षा करनी होगी. फॉक्सवैगन के शोरूम के एचआर मैनेजर ने बताया कि उनकी कंपनी यदि समय पर वाहन उपलब्ध करा देती है तो दशहरा में 10-15 वाहन डिलीवरी कर देंगे. फॉक्सवैगन के टॉप मॉडल वाहनों में वर्टूस 1.5 की वेटिंग पांच माह तक की है. इसका शोरूम प्राइस 20.5 लाख है. वहीं टाइगन के टॉप मॉडल की वेटिंग है माह है. इसका शोरूम प्राइस 18.5 लाख है. इनका कहना कि लोग अब मैन्युअल के बजाय ऑटोमेटिक वाहनों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं, जिसकी वजह से वाहनों की कीमत में करीब दो लाख रुपये का अंतर आ रहा है.
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