Adityapur : कांड्रा-चांडिल स्टेट हाईवे मार्ग पर सुवर्णरेखा नदी के ऊपर बना मनीकुई पुल फिर क्षतिग्रस्त हो गया है. पुल के ऊपर बनी सीमेंट की सड़क जर्जर हो गई है. उसका प्लास्टर टूट गया है. उसकी ढलाई वाला सरिया दिख रहा है, जो हादसों को आमंत्रण दे रहा है. टाटा और आदित्यपुर के रास्ते चांडिल पहुंचने का यह मुख्य मार्ग है. इस मार्ग से प्रतिदिन 500 से अधिक बड़े वाहन गुजरते हैं. ऐसे में इस पुल का क्षतिग्रस्त होना चिंताजनक है.
2016 में लड्डू मंगोटिया कंस्ट्रक्शन ने बनाया था
मनीकुई पुल वर्ष 2014 में क्षतिग्रस्त हो गया था. उस वक्त मनीकुई पुल के नीचे से बेतहाशा बालू का खनन हो रहा था. इसमें खनन माफियाओं ने पुल के खंभे के नीचे से भी बालू का खनन कर लिया था, लिहाजा पुल का खंभा झुक गया था और पहले बड़े वाहनों और बाद में छोटे वाहनों के आवागमन पर भी रोक लगा दी गई थी. बाद में टेंडर निकाल कर 18 करोड़ रुपए खर्च कर राज्य सरकार ने पुल को दुरुस्त कराया. यह कार्य लड्डू मंगोटिया कंस्ट्रक्शन ने किया था. लेकिन लडडू मंगोटिया के कार्य से स्थानीय विधायक साधु चरण महतो संतुष्ट नहीं थे. अंततः उन्होंने पुल का रिनोवेशन होने के बाद उद्घाटन करने से इंकार कर दिया था. बाद में बगैर उद्घाटन के ही वाहनों का आवागमन शुरू हो गया था. अब पुल निर्माण की गुणवत्ता झलकने लगी है.