Hazaribagh: आरटीआई कार्यकर्ता सह पत्रकार राजेश मिश्रा प्रकरण में आज एक नया मोड़ आया है. जब झारखंड उच्च न्यायालय के PIL विशेषज्ञ अधिवक्ता राजीव कुमार ने आज पत्रकारों को सम्बोधित किया. हजारीबाग के सूचना भवन में आयोजीयत इस पत्रकार वार्ता में राजीव कुमार ने कहा कि, आदेश देनेवाले से लेकर आदेश का पालन करनेवाले सभी अधिकारी कर्मचारियों पर राज्य सरकार कारवाई करे, अन्यथा इस मामले में CBI जाँच के लिए वे कोर्ट जाएंगे. इस पीसी के माध्यम से झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार ने कुछ सवाल उठाए हैं. जिनका जवाब मिलना जरुरी है.
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![आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश मिश्रा](https://i0.wp.com/lagatar.in/wp-content/uploads/2021/03/10-2.jpg?resize=600%2C400&ssl=1)
आरटीआई कार्यकर्ता राजेश मिश्रा प्रकरण से जुड़े सवाल ?
RTI एक्टिविस्ट राजेश मिश्रा प्रकरण में कई सवालों के जवाब आने बाकी हैं. जिनका जिक्र झारखंड HC के PIL विशेषज्ञ अधिवक्ता राजीव कुमार ने प्रेस वार्ता के माध्यम से किया है. जिसमें भू-माफिया-अधिकारी-पुलिस गठजोड़ की CBI से जाँच कराने की मांग की. हजारीबाग में अरबों रुपये का जमीन घोटाले की बात सामने रखी. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि, अगर उच्च न्यायालय में ये मामला जाएगा तो सभी लोग नपेंगे. थाना प्रभारी से लेकर पुलिसकर्मियों की कॉल डिटेल की जाँच होनी चाहिए. ताकि पता चल सके की हुकुम का इक्का कौन है ? यह मामला जघन्य अपराध की तरह है. इसलिए दोषी को किसी भी हालत में पर बख्सा नहीं जाना जाहिए. इस मामले में कई सवालों के जवाब अभी आने बाकी हैं. जिसमें राजेश मिश्रा प्रकरण में बरामद अफीम कहां से आया ? अफीम, ब्राउन सुगर जैसे नशे का कारोबार कौन करता है ? जिसका खुलासा होना बेहत जरूरी है.
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![RTI एक्टिविस्ट राजेश मिश्रा प्रकरण में CBI जांच के लिए PIL डालेंगे अधिवक्ता राजीव कुमार](https://i0.wp.com/lagatar.in/wp-content/uploads/2021/03/WhatsApp-Image-2021-03-21-at-18.17.52.jpg?resize=600%2C400&ssl=1)