Ranchi : जिले के हेहल स्थित बालाश्रय को एक बार फिर खोला गया है. 11 माह पहले इसे बंद किया गया था. रांची तत्कालीन डीसी छवि रंजन के निर्देश और जिला समाज कल्याण शाखा के आदेश के बाद बीते 26 अक्टूबर 2021 को हेहल स्थित बालाश्रय को सील किया गया था. साथ ही वहां रहने वाले 19 बच्चों को निवारणपुर स्थित आदिम जाति सेवा मंडल में स्थानांतरित कर दिया गया था. पढ़ें – ईस्टर्न रीजनल पुलिस कोऑर्डिनेशन की बैठक बुधवार को, 5 राज्य के डीजीपी होंगे शामिल
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इस बाल गृह का उपयोग बच्चों के लिए किया जायेगा
बता दें कि सरकार ने इस बाल गृह को नए मैनेजमेंट (मां वैष्णवी ट्रस्ट) को सौंप दिया गया है. जानकारी के अनुसार रांची के सीडब्ल्यूसी के चेयर पर्सन अजय शाह और डीसीपीओ वेद प्रकाश तिवारी के द्वारा सील को खोला गया. अजय शाह ने बताया कि इस बाल गृह का उपयोग बच्चों के लिए किया जायेगा. उन्होंने बताया की जितने भी बच्चे सीडब्ल्यूसी के सामने प्रोड्यूस होंगे. जैसे की ट्रैफकिंग, चाइल्ड लेबर, चाइल्ड मैरिज, जरूरत पड़ने पर उन्हें इस बाल गृह में रखा जायेगा.
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बच्चे के साथ यौन शोषण करने का मामला सामने आया था
गौरतलब है कि पिछले आठ अक्टूबर को बालाश्रय में 11 वर्षीय बच्चे के साथ सुरक्षा प्रहरी शंभु प्रसाद के द्वारा यौन शोषण करने का मामला सामने आया था.इसके बाद बालाश्रय संचालिका डॉ स्मिता गुप्ता के द्वारा सीडब्ल्यूसी और डीसीपीओ को सूचित करने के बाद नौ अक्तूबर को पंडरा ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. इसके बाद बालाश्रय की प्रबंधन कमेटी पर जांच बैठी और कई तरह की खामियां मिली. जिसके बाद यह करवाई की गई थी.
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