Jamshedpur : टीएमएच अस्पताल में मंगलवार को 18 वर्षीय अभिषेक की मौत के विरोध में जमकर हंगामा किया गया था. इसके दूसरे दिन बुधवार को जोजोबेरा बस्तीवासियों ने उचित मुआवजे की मांग को लेकर बिष्टुपुर थाना का घेराव किया. बस्तीवासियों के समर्थन में भाजमो के नेता संजीव आचार्य भी थाना पहुंचे. बस्तीवासियों ने कहा कि अपनी गलती के बावजूद अस्पताल प्रबंधन पूरे घटना से अपना पीछा छुड़ाना चाह रहा है. मामूली दुर्घटना में घायल को पांच से सात दिन भर्ती रखा जाता है तो इतने बड़े ऑपरेशन के दूसरे दिन ही अभिषेक को छुट्टी क्यों दे दी गई. बार-बार आग्रह करने पर भी उसे भर्ती नहीं लिया गया, जिसके कारण उसकी जान चली गई. इस घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन अपनी गलती मान दोषी डॉक्टर को बर्खास्त करे और अभिषेक के परिजन को उचित मुआवजा दिया जाए. वहीं, बस्तीवासियों के समर्थन में थाना पहुंचे भाजमो नेता संजीव आचार्य ने कहा कि इनकी परेशानी समझते हुए हम जल्द से जल्द प्रशासन से संपर्क करने में लगे हुए हैं. परिजनों को उचित मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा. अभिषेक चार बहनों में अकेला भाई था. इसके सिर पर पिता का साया भी नहीं था. बस्तीवासियों की मदद से ऑपरेशन हुआ था.
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बस्तीवासियों ने चंदा कर कराया था इलाज
उल्लेखनीय है कि 12 जनवरी को जोजोबेड़ा में लाफार्ज कंपनी की ट्रेन से गुड्डी उतारने के दौरान अभिषेक गिरकर घायल हो गया था. इसके बाद बस्तीवासियों ने उसे 20 हजार रुपए चंदा कर टीएमएच में भर्ती कराया था. 13 जनवरी को उसका ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के बाद अभिषेक को 15 जनवरी को टीएमएच से छुट्टी दे दी गई थी. इस संबंध में टीएमएच ने मंगलवार को विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि परिजनों द्वारा लगाया गया आरोप गलत है. उसका बेहतर इलाज किया गया था.