DHANBAD: मस्जिद जमींदोज होने की घटना के बाद बीसीसीएल के अधिकारियों ने 2 दिसम्बर को 22/12 के ग्रामीणों के साथ वार्ता की .वार्ता में 22/12 के रैयत जसीम अंसारी भी मौजूद थे. उन्होंने बताया कि बीसीसीएल का रवैया पुर्नवास को लेकर सही नही है. 1 दिसम्बर की इतनी बड़ी घटना के बाद भी बीसीसीएल पुनर्वास की बजाय कहती है कि पंडाल लगा देते हैं, उसी में नमाज अदा करें. उन्होंने कहा कि अगर इस घटना में किसी की जान चली जाती तो बीसीसीएल के अधिकारी कहते कि मृतक के घर में ही उसका कब्र बना देता हूं. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल के अधिकारियों के इस जवाब से साफ जाहिर होता है कि वे किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन अब ऐसा नही होगा. 22/12 के रैयत चरणबद्ध आंदोलन के लिए तैयार हैं. बीसीसीएल को हर हाल में 22/12 के रैयत ग्रामीणों का पुर्नवास करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि बीसीसीएल का यह वर्षो पुराना रवैया है. घटना के बाद आनन फानन में बीसीसीएल के अधिकारी वार्ता करते हैं और फिर वार्ता ठंडे बस्ते में डाल देते हैं.उन्होंने कहा कि खुदा का रहमत कि 1 दिसंबर को मस्जिद जमींदोज के वक्त कोई बडी अनहोनी नहीं हुई . बता दें कि बीसीसीएल के सिजुआ एरिया 5 अंतर्गत 22/ 12 बस्ती में 1 दिसम्बर की देर शाम अचानक मस्जिद का विशाल गुम्बज जमींदोज हो गया. इस घटना से क्षेत्र में अफरा तफरी मच गई, लोगो मे दहशत का माहौल बन गया . घटना के बाद ग्रामीणों ने पास में चल रहे हिल टॉप ऑउट सोर्सिंग के काम को बंद कर दिया है . यही नही आक्रोशित ग्रामीणों ने मस्जिद में भराई के काम को भी रोक दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक 22/12 के रैयतों को पुर्नवास नही किया जाएगा तब तक ना ही हिल टॉप आउट सोर्सिंग में काम चलेगा और ना ही मस्जिद में भूधसान स्थल पर भराई होने दी जाएगी.
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