Dhanbad : जिले में दो दिन बाद हरी सब्जी- फल, प्याज और आलू की किल्लत हो सकती है. ऐसा इसलिए कि झारखंड सरकार के द्वारा कृषि बाजार पर लगाए जा रहे दो प्रतिशत शुल्क के विरोध में कृषि बाजार के कारोबारियों ने आवक रोक दी है. फल- सब्जी के थोक विक्रेताओं ने भी आंदोलन का समर्थन करते हुए आवक रोक दी है. इसमें बाजार समिति, पुराना बाजार, केंदुआ, कतरास, झरिया के थोक विक्रेता शामिल हैं. आवक 16 मई से रोकी गई है. अब तक इसका असर धनबाद के बाजार में नहीं है. फल, आलू, प्याज समेत हरी सब्जी के दाम में बढ़ोतरी नहीं है. लेकिन, आवक बंद रही तो अगले दो दिनों में फल और सब्जी की किल्लत हो जाएगी. अगर आवक बंद रही तो दस दिनों के बाद अनाज की भी किल्लत हो सकती है.
सब्जी का ज्यादा स्टॉक नहीं
खुदरा सब्जी कारोबारी उमेश यादव बताते हैं कि मंडियों में पहले के ऑर्डर वाले माल मिल रहे हैं. वही बिक्री कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सब्जी का अधिक स्टॉक नहीं रहता है. इसलिए कि दो दिनों में ही हरी सब्जी और फल सड़ने लगते हैं. जब तक मंडियों में स्टॉक है सब्जी, आलू, प्याज, फल आदि मिल रहे हैं, तब तक बेचेंगे. जब वहां माल खत्म हो जाएगा तो दुकान बंद कर देंगे. सब्जी खरीदने आए बबलू सिंह ने कहा कि आगे क्या होने वाला है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है. हो सकता है कि आंदोलन दो दिनों में खत्म हो जाए या महीने भर से ज्यादा चले. ऐसे में चावल-दाल के अलावा घर पर आलू और प्याज का होना जरूरी है. अगर हरी सब्जी नहीं मिले तो आलू और प्याज से काम चलाया जा सकता है.
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