Ranchi : जेपीएससी भवन के सामने मंगलवार को पूरे दिन गरमा- गरमी भरा माहौल रहा. पहले तो प्रदर्शन करने आये छात्रों को पुलिस ने खदेड़ दिया. गोड्डा विधायक अमित मंडल के मौके पर पहुंचने के बाद छात्रों ने जेपीएससी भवन के सामने प्रदर्शन किया. आखिर में कुछ आंदोलनरत अभ्यर्थियों को सचिव से मिलने का मौका मिला और अपनी बात रखने को कहा गया. सचिव से मिलने के बाद भी आंदोलनरत अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं दिखे. अब वे लोग कोर्ट की शरण में जायेंगे.
जेपीएससी में हुई गड़बड़ी के सबूत दिखाइए – सचिव
अनुमति मिलने के बाद आंदोलनरत अभ्यर्थी जेपीएससी भवन के अंदर जाकर सचिव से मिलकर अपनी बातों को पूरे तथ्यों के साथ उनके समक्ष रखा. बाहर आने के बाद अभ्यर्थियों ने कहा कि अंदर से सिर्फ आश्वासन दिया गया है. जेपीएससी अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहा है. छात्रों ने सचिव से जेपीएससी पीटी परीक्षा रद करने की मांग की. इस पर सचिव ने कहा कि जेपीएससी में हुई गड़बड़ी के सबूत दिखाइए. सचिव ने यह भी कहा कि पीटी रद्द करने का अधिकार मेरे पास नहीं, सरकार और चेयरमैन के पास है. अभ्यर्थियों का कहना था कि सचिव से हर मुद्दे पर बात हुई.
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बातचीत से संतुष्ट नहीं दिखे छात्र, करेंगे कोर्ट का रुख
आंदोलनरत अभ्यर्थी सचिव से मिलने के बाद भी संतुष्ट नहीं दिखे. अभ्यर्थियों का कहना था कि अब वे पूरे सबूत के साथ कोर्ट का रुख करेंगे. अब न्याय का भरोसा उन्हें सिर्फ न्यायपालिका से है.
क्या है अभ्यर्थियों की मांग
आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों की मांग है कि 7वीं से 10वीं JPSC PT परीक्षा रद्द की जाये. उम्र सीमा में छूट देते हुए सीट बढ़ाने, अंतर जिला परीक्षा सेंटर बनाकर पारदर्शिता से चयन प्रक्रिया के आधार पर परीक्षा का आयोजन किया जाये. अभ्यर्थियों का कहना है कि जेपीएससी की पीटी के रिजल्ट में बहुत गड़बड़ी की गयी है. परीक्षाफल उम्मीद के विपरीत है. साहेबगंज, लातेहार, लोहरदगा और हजारीबाग जिला के एक ही सेंटर से बेंचवार क्रमवार बैठे अभ्यर्थियों को पास कर दिया गया है. जेपीएससी की ओर से आउट ऑफ सिलेबस सवाल पूछे गये थे. इन सबके बावजूद अब तक का सबसे हाई कट ऑफ गया.
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