Ranchi: कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने दक्षिण छोटानागपुर प्रमण्डल के उपायुक्तों के साथ बैठक की. बैठक में कृषि विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई. बैठक के दौरान मंत्री ने कहा कि सभी कृषकों को चाहे वे पी.एच कार्ड, हरा राशन कार्ड, सफेद राशन कार्डधारक हों अथवा बटाईदार हों, उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़कर लाभांवित करना सरकार का लक्ष्य है. राज्य में हर दो पंचायत पर एक धान अधिप्राप्ति केंद्र खोला जाये. साथ ही उसे लैंपस, पैक्स से जोड़ा जाये. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था कराई जाए जिससे किसानों को उनके आवास के पास ही धान के सैंपल को चेक किया जा सके. वहीं मत्स्य उत्पादन के लिए तालाबों की नीलामी में पारदर्शिता लाई जाए. जिससे इसमें अधिक लोग शामिल हो सकें इसका ध्यान रखा जाये. मुख्यमंत्री पशुधन योजना से लोगों को जोड़ा जाये जिससे कृषकों के सर्वांगीण विकास में सहायता मिले.
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समीक्षा बैठक के दौरान कृषि सचिव अबु बकर सिद्दिकी ने कहा, प्रमंडल के सभी जिलों की प्राथमिकता अधिक से अधिक लाभुकों को लाभ दिलाना होना चाहिए. इस हेतु कृषि विभाग की योजनाओं के प्रचार प्रसार में फ्लैक्स, नुक्कड़ नाटक, कृषि मेला का इस्तेमाल कोविड गाइडलाइन के अनुरूप करें. जिससे अधिक से अधिक लोगों को योजनाओं का लाभ उठाने के लिये जागरूक किया जा सके. उन्होंने कहा कि सभी जिले के उपायुक्त कृषि विभाग की समीक्षा समय-समय पर करते रहें एवं मुख्यालय को इससे संबंधित आवश्यक्ताओं से अवगत कराते रहें. उन्होंने कहा कि किसी जिले में यदि कोई नई पहल होती है तो उसे साझा करें .
समीक्षा बैठक में उपायुक्तों ने कहा- कृषि विभाग में कर्मचारियों की है कमी
उपायुक्तों द्वारा कृषि विभाग में मैन पावर की कमी कि ओर विभाग का ध्यान आकृष्ट कराया गया. जिस वजह से योजनाओं को मूर्त रूप देने में समस्या आ रही है. इसपर कृषि सचिव ने कहा कि नियमावली के अनुसार ऑऊटसोर्स से भी मैनपॉवर बहाल कर लें एवं झारखंड बनने के बाद जो नए जिले बने हैं वे कृषि विभाग के सैंक्सन पद हेतु आवेदन मुख्यालय को उपलब्ध करा दें.
समीक्षा बैठक में विभाग के वरीय पदाधिकारी थे मौजूद
समीक्षा बैठक में कृषि निदेशक निशा उरांव, पशुपालन निदेशक शशिप्रकाश झा, मत्स्य निदेशक एच.एन.द्विवेदी, सहकारिता निबंधक मृंत्यजंय वर्णवाल, समिति निदेशक सुभाष सिंह एवं विशेष सचिव प्रदीप हजारे सहित विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे.
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