Ranchi: झारखंड सरकार के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव अबूबकर सिद्दीख ने सभी जिले के जिला कृषि पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी और जिला सहकारिता पदाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ऑनलाइन समीक्षा बैठक की. बैठक में सचिव ने जिला कृषि पदाधिकारी और जिला सहकारिता पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी जिले में बीज का वितरण एक सप्ताह के अंदर सुनिश्चित कर लिए जाएं. वितरण में किसी भी लापरवाही के लिए उन पर कार्रवाई की जाएगी.
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कहा कि जिला कृषि पदाधिकारी और जिला सहकारिता पदाधिकारी दोनों संयुक्त रूप से बीज वितरण की समीक्षा करेंगे. प्रत्येक प्रखंड में एक नोडल लैम्प्स पैक्स होंगे. इससे अन्य लैम्प्स पैक्स जुड़ेंगे और वे मिलकर संयुक्त रूप से एनएससी में ड्राफ्ट लगाएंगे. जो भी लैम्प्स पैक्स इसमें लापरवाही बरतेगा उनके अध्यक्ष और सचिव को शोकॉज किया जाएगा. निष्क्रिय लैम्प्स पैक्स का विधिवत पुनर्गठन होगा.
कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं होगी
सचिव ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि खाद की कालाबाजारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. रेलवे पॉइंट पर जो भी रेक्स आएंगे उनके वेरिफिकेशन का काम संयुक्त रुप से संयुक्त निदेशक कृषि और उपनिदेशक सहकारिता पदाधिकारी करेंगे. कहा कि खाद की ऑनलाइन उपलब्धता और भौतिक उपलब्धता का मिलान संबंधित कृषि पदाधिकारी करेंगे. खाद की बिक्री ई पॉस मशीन से केवल ऑनलाइन की जाएगी. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो संबंधित डीलर के ऊपर कार्रवाई की जायेगी.
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लाभुकों का निरीक्षण करें
कृषि सचिव अबूबकर सिद्दीख ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वह कम से कम 5 फ़ीसदी लाभुकों का निरीक्षण खुद करें और देखें कि सही मायने में किसानों को लाभ मिल रहा है या नहीं. कहा कि पॉलीहाउस एवं उद्यान विभाग द्वारा चलाए जा रहे अन्य स्कीम का निरीक्षण जिला उद्यान पदाधिकारी स्वयं करेंगे. सचिव ने निदेशक कृषि निशा उरांव को कहा कि खरीफ मौसम में किसान को हर संभव सहयोग करें. इसके लिए जन सेवकों को पूर्ण रूप से कृषि कार्य में लगाए जाने का भी निर्देश दिया गया. समीक्षा बैठक के दौरान कृषि निदेशक निशा उरांव, सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार मृत्युंजय वर्णवाल, विशेष सचिव प्रदीप हज़ारे, संयुक्त सचिव अंजनी कुमार, विधान चंद्र चौधरी और ब्रज मोहन मिश्रा मौजूद थे.
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