Ranchi : अलकतरा घोटाले मामले में ईडी ने कार्रवाई की है. ईडी ने शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए, कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (KIDCL) के 1.08 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति को अटैक किया है. गौरतलब है कि ईडी ने सीबीआई, रांची द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की है, जिसमें 1.08 करोड़ रुपये के सरकारी राशि के गबन का आरोप लगाया गया था.
इसे भी पढ़ें – मंत्री मदन सहनी ने अफसरों पर लगाया आरोप, पिछड़ा होने के कारण नहीं सुनते बात, दे दूंगा इस्तीफा
फर्जी चालान बना कर किया गया घोटाला
ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग जांच से पता चला कि कॉन्ट्रैक्टिंग कंपनी ने डाल्टनगंज क्षेत्र की विभिन्न सड़कों के निर्माण के दौरान हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड टाटानगर से कथित रूप से जारी 59 चालान प्रस्तुत किए. जिनमें से केवल 33 चालान असली पाए गए. 560.959 मीट्रिक टन कोलतार की खरीद को कवर करने वाले शेष 26 चालान जाली पाए गए. 26 जाली चालान के माध्यम से 1.08 रूपया करोड़ का गबन किया गया.
अलकतरा घोटाला 6.88 करोड़ रुपये का है
जानकारी के मुताबिक, अलकतरा घोटाला 6.88 करोड़ रुपये का है. इस मामले में ईडी ने दो बार आरोपियों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई भी की है. ईडी ने अपने सप्लिमेंट्री चार्जशीट में बताया है कि 1.83 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्ती के मामले में तीन अचल संपत्ति शामिल हैं.
वहीं इस मामले में ईडी ने रांची और रामगढ़ में संपति को जब्त किया है. ये संपत्ति मेसर्स क्लासिक कोल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स क्लासिक मल्टीप्लेक्स प्राइवेट लिमिटेड और कंपनी के प्रबंध निदेशक पवन कुमार सिंह के नाम पर था.
ईडी ने मनी लाउंड्रिंग एक्ट में इस घोटाले की जांच शुरू की है
सीबीआइ की रांची स्थित कार्यालय दर्ज मामला और दाखिल चार्जशीट के आधार पर ही ईडी ने मनी लाउंड्रिंग एक्ट में इस घोटाले की जांच शुरू की थी. इसमें मेसर्स क्लासिक कोल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, प्रबंध निदेशक पवन कुमार सिंह, मेसर्स क्लासिक कोल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के दूसरे निदेशक दिलीप कुमार सिंह, आरसीडी विभाग के 22 इंजीनियर्स और दो अज्ञात आरोपी बनाये गये थे.
आरोपियों ने 492 फर्जी दस्तावेज बनाकर आरसीडी विभाग को दिखाया कि एचपीसीएल के पश्चिम बंगाल स्थित रामगनगर से 4630 मीट्रिक टन अलकतरा सड़क निर्माण के एवज में लिया. इसके एवज में विभाग से 6.88 करोड़ रुपये का भुगतान लिया. ईडी ने जांच के दौरान पाया कि अलकतरा घोटाले की राशि से ही आरोपियों ने अपनी संपत्ति खड़ी की है.
इसे भी पढ़ें –रेमडेसिविर कालाबाजारी मामला : हाईकोर्ट ने ग्रामीण एसपी को अप्रूवर बनाये जाने पर जताई नाराजगी