Patna : बिहार समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने इस्तीफा देने की बात कहीं है. मंत्री ने अपने विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद पर मनमानी करने का आरोप लगाया है. आरोप लगाते हुए इस्तीफा देने की बात कही है. मंत्री सहनी ने कहा कि उनके विभाग के अफसर उनकी कोई बात नहीं सुनते. सारे नियम- कानून की धज्जियां उडा रहे है.
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समाज कल्याण विभाग में कई अधिकारी सालों से जमे हुए है
मंत्री ने कहा कि समाज कल्याण विभाग में कई अधिकारी सालों से जमें हुए है. और मनमानी ढ़ंग से काम कर रहे है. जो अधिकारी सालों से जमे है उन्हे हटाने की बात करने पर अपर सचिव सुनते ही नहीं है. ऐसे मेरे साथ- साथ कई मंत्रियों के साथ भी हो रहा है. बिहार में किसी भी मंत्री की बात कोई अधिकारी नहीं सुनते है. वैसे पदाधिकारी जो 3 साल से एक ही जगह पर पदस्थापित हैं, उनका ट्रांसफर होता है. हमने उन सभी अधिकारियों की लिस्ट अपर मुख्य सचिव को दी लेकिन ये देखने वाला कोई नहीं है.
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पिछड़ा वर्ग से आने के कारण हमें दबाया जाता है
मंत्री मदन सहनी ने इस्तीफा देने की बात करते हुए कहा कि पिछड़ा वर्ग से आने के कारण हमें दबाया जाता है और कोई बात नहीं सुनता. अगर मंत्री की बात सरकार में नहीं सुनी जाएगी तो ऐसी हालत में मंत्री पद पर रह कर क्या फायदा?. मदन सहनी ने यह बात पहली बार नहीं कही है. पिछली बार भी ऐसे ही मुझे दबाया गया था, पर मेरी बात को कोई सुनने वाला नहीं है. इस्तीफे के अलावा मेरे पास और कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है.
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ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने भी ट्रांसफर-पोस्टिंग पर सवाल उठाया था
बता दें कि इससे पहले बीजेपी के नेता ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने भी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि कई लोग हैं. पैसे लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग करते हैं. जिसकी जांत होनी चाहिए. उन्होंने तो कुछ संबंधित मंत्रियों के घरों पर रेड डालने के लिए सीएम नीतीश के सामने अपनी मांग भी रखी थी. हालांकि इस पर सरकार की ओर से प्रतिक्रिया का इंतजार है.
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