Ranchi: लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा के सभी सात मोर्चों ने अपनी ताकत झोंक दी है. 14 लोकसभा सीट पर पार्टी प्रत्याशियों को जिताने के लिए मोर्चों के कार्यकर्ता भीषण गर्मी में पसीना बहा रहे हैं. समाज के हर वर्ग को साधने के लिए सभी मोर्चे अलग-अलग कार्यक्रम के जरिये पार्टी के पक्ष में वोट जुटाने की कोशिश में लगे हैं. सभी मोर्चे लोकसभा और विधानसभा स्तरीय सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं. युवाओं, किसानों, महिलाओं, एसटी, एससी, दलितों और बुद्धिजीवियों से संवाद हो रहा है. डोर टू डोर कैंपेन भी शुरू हो चुका है.
इसे भी पढ़ें – रेल का सफर सजा बन गया है… आम आदमी की सवारी बचाने के लिए मोदी सरकार को हटाना होगा : राहुल
जनजातीय सम्मेलन के जरिये आदिवासियों को साधेगी मोर्चा
झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से पांच सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. 2019 के चुनाव में भाजपा इनमें से 2 सीटों (चाईबासा, राजमहल) में चुनाव हार गई थी. हारी हुई दोनों सीटों समेत सभी लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा एसटी मोर्चा ने अपनी गतिविधि तेज कर दी है. आदिवासी समुदाय के लोगों से संपर्क बढ़ गया है. 25 अप्रैल से जनजाति सम्मेलन के जरिये सभी लोकसभा क्षेत्रों में आदिवासियों को साधने की कवायद शुरू होगी.
युवा चौपाल से नौजवानों तक पहुंचने की कवायद
भाजपा युवा मोर्चा राज्य के सभी पंचायतों में युवा चौपाल लगाकर युवाओं को भाजपा की ओर खींचने की कोशिश कर रही है. पिछले एक महीने से यह कार्यक्रम चल रहा है. युवा चौपाल के जरिये मोर्चा युवाओं को यह बता रही है कि झामुमो की सरकार ने युवाओं को नौकरी, बेरोजगारी भत्ता के नाम पर ठगा. मोर्चा के कार्यकर्ता फर्स्ट टाइम वोटर्स से भी संपर्क कर उन्हें अपने सम्मेलनों में लाने की कोशिश कर रहे हैं. मोर्चा प्रत्याशियों के नॉमिनेशन के बाद हर जिले में युवा सम्मेलन करेगा. हर जिले में बाइक रैली भी निकाली जाएगी.
ओबीसी मोर्चा छात्रावासों के संपर्क में
भाजपा पिछड़ा मोर्चा तीन कार्यक्रमों के जरिये युवाओं और पिछड़ों को साधने की कोशिश में लगा है. सभी लोकसभा क्षेत्रों में सामाजिक सम्मेलन के साथ सभी विधानसभा क्षेत्रों में युवा संवाद के साथ-साथ छात्रावास संपर्क अभियान चलाया जा रहा है. 33 विधानसभा क्षेत्रों में सामाजिक सम्मेलन संपन्न हो चुका है. छात्रावास जनसंपर्क के तहत मोर्चा के कार्यकर्ता अपने क्षेत्रों में पड़ने वाली सभी छात्रावासों में जाकर युवाओं से मिल रहे हैं और उन्हें भाजपा की नीतियों और कार्यक्रमों की जानकारी दे रहे हैं.
महिला मोर्चा एसएजी, एनजीओ के बीच पहुंच रही
भाजपा महिला मोर्चा महिलाओं के बीच भाजपा की अच्छाईयों को लेकर पहुंच रही है. मोर्चा मुख्य रूप से महिला संपर्क अभियान चला रही है. इसके तहत मोर्चा के कार्यकर्ता गांव-गांव और बस्ती-बस्ती पहुंच रहे हैं. जिला से बूथ स्तर तक बैठकों का आयोजन किया जा रहा है. स्वयंसेवी समूह की महिलाएं, एनजीओ और केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से मिलकर उन्हें साधने की कोशिश चल रही है. मोर्चा जल्द ही बड़ा सम्मेलन करेगी और घर-घर संपर्क अभियान शुरू होगा.
21 विधानसभा क्षेत्रों में अल्पसंख्यक मोर्चा का फोकस
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश प्रदेश के अल्पसंख्यक वोटरों के बीच पार्टी को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है. राज्य के 21 विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिम समुदाय की आबादी अधिक है. इसे देखते हुए मोर्चा ने अपनी रणनीति बनाई है. पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता राजमहल, चतरा, गोड्डा समेत सभी 21 विधानसभा क्षेत्रों में प्रवास कर रहे हैं. अल्पसंख्यकों से संवाद, सम्मेलन और डोर टू डोर कैंपेन भी जल्द शुरू होने वाला है.
80% एससी वोट भाजपा को दिलाने का लक्ष्य
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ने सभी लोकसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी अभियान तेज कर दिया है. मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष किशुन कुमार दास खुद सभी लोकसभा क्षेत्रों में तीन-तीन दिन प्रवास कर रहे हैं. हर लोकसभा क्षेत्र में मोर्चा के प्रभारी बना दिये गये हैं. बैठकों का दौर जारी है. हर लोकसभा क्षेत्र से अनुसूचित जाति का 80 फीसदी वोट भाजपा के पक्ष में जाए इसी लक्ष्य को लेकर काम किया जा रहा है.
प्रगतिशील किसानों का होगा सम्मेलन
भाजपा किसान मोर्चा ने सभी लोकसभा क्षेत्र में किसानों से संपर्क बढ़ा दिया है. मोर्चा का ग्राम संपर्क यात्रा समाप्त हो चुका है. इस यात्रा में मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने किसानों को यह बताया कि मोदी सरकार ने किसानों के हित में कई योजनाएं शुरू की. किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया है. मोर्चा के सभी लोकसभा प्रभारी लगातार बैठकें कर रहे हैं. प्रत्याशियों के नामांकन के बाद मोर्चा प्रगतिशील किसानों का सम्मेलन आयोजित करेगा.
इसे भी पढ़ें –रांची : नशीला पदार्थ के उत्पादन और कारोबार को लेकर डीजीपी करेंगे समीक्षा बैठक