Ranchi : धनबाद पुलिस ने News11 भारत के मालिक अरूप चटर्जी को रांची से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. मैनेजर राय के साथ मिलकर अरूप चटर्जी कारोबारी को ब्लैकमेल करता था. जिसे लेकर धनबाद के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के चनचनी निवासी राकेश कुमार ने गोविंदपुर थाना में अरूप चटर्जी के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. बीते 27 जून को गोविंदपुर थाना में अरूप चटर्जी के खिलाफ केस नंबर 233/22 दर्ज हुआ था. अरूप चटर्जी पर 193, 386, 387, 418, 420, 468, 469, 500, 503, 120,(B), आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज हुआ है.
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11 लाख रुपया दो वरना बर्बाद कर दूंगा
गोविंदपुर थाना में किए शिकायत में राकेश कुमार ने कहा है, कि पिछले तीन चार महीने से असामाजिक तत्वों के द्वारा अनजान मोबाइल नंबर से मुझे कॉल किया जा रहा था. जिससे मैं मानसिक रूप से परेशान रह रहा हूं. फोन आने पर जब मेरे द्वारा कहा जाता था कि मैं शहर में नहीं हूं, तो फोन करने वाले व्यक्ति द्वारा कहा जाता था, कि सब देख रहा हूं तुम कहां हो, ज्यादा तेज मत बनो. जब भी मैं अपने हार्डकोक भट्टे पर जाता था, तभी अनजान मोबाइल नंबर से कॉल आता था. और कहता था कि तुम्हारी गतिविधि पर नजर है. इसी दौरान 13 जून को कारोबारियों के व्हाट्सएप में मेरे खिलाफ एक वीडियो चलाया गया, जो news11 भारत चैनल द्वारा जारी किया गया था. उसके बाद news11 के रिपोर्टर ने मुझसे अपने मालिक से बात करायी. वहां से कहा गया कि 11 लाख भेज दो वरना बर्बाद कर दूंगा. मेरे द्वारा इंकार करने पर कई व्यवसायियों का हवाला दिया गया कि उनका हाल देख लो बर्बाद नहीं होना चाहते हो, तो मेरे रिपोर्टर को कुछ भी दे दो. मैंने धमकी से मजबूर होकर साक्ष्य के तौर पर अरूप चटर्जी के रिपोर्टर को छह लाख अपने घर से दिया और रुपया देते समय मैंने वीडियो बनाया रिपोर्टर और उसके मालिक अरूप चटर्जी के बातचीत की भी रिकॉर्डिंग कर ली.
पैसा देने के बाद भी चलाया फर्जी न्यूज
राकेश कुमार के द्वारा की गयी शिकायत में कहा गया है, कि पैसा देने के बाद फिर उसने चैनल पर मेरे खिलाफ झूठा न्यूज चलाया और दोबारा ज्यादा पैसे की मांग की गयी. इस पर मैंने पैसा देने से साफ इनकार कर दिया. मेरे द्वारा विरोध करने पर चलाए गए न्यूज का आधार क्या है, तब news11 द्वारा एक लेटर भेजा गया, जो परमेश्वर नाथ राय उर्फ मैनेजर राय द्वारा दिया गया था. उसने यह भी बताया कि मेरे पास तुम्हारी फैक्ट्री की सीसीटीवी फुटेज है. तब मुझे पता चला कि कहां से मेरी गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. मुझे आशंका है, कि जितने भी असामाजिक तत्वों का कॉल आता था, वह सब हमारी फैक्ट्री के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आता था. मैनेजर राय और अरूप चटर्जी मेरे कैंपस की सीसीटीवी फुटेज कई असामाजिक तत्वों को देते थे. इसकी पुष्टि मैनेजर राय की चिट्ठी और मैनेजर राय द्वारा मेरे कैंपस की तरफ लगाए गए, कैमरे से होता है. मेरी फैक्ट्री पर न्यूज चलने के बाद खनन विभाग का रेड हुआ, जो मामला अभी कोर्ट में है. मेरे यहां छापेमारी के बाद दोबारा अरूप चटर्जी ने खबर भिजवायी कि नजारा देख लिया ना, पैसा भेजो वरना और बर्बाद होने के लिए तैयार रहो. मेरे द्वारा इंकार करने पर मेरी फैमिली और मेरे ससुर, बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे जी को भी बदनाम करने की बात कही गई.
मैं जो चाहता हूं सरकारी आदेश निकलवा लेता हूं
राकेश कुमार द्वारा की गयी शिकायत में कहा गया है, कि मेरी फैक्ट्री की जमीन को news 11 के द्वारा अवैध करार दिया गया. मेरे द्वारा इसका सूत्र मांगने पर न्यूज़ 11 का कहना है, कि मैं जो चाहता हूं सरकारी आदेश निकलवा लेता हूं. मेरे खिलाफ भी झूठा साक्ष्य का सहारा लेकर अरूप चटर्जी और मैनेजर राय ने एक नियोजित षडयंत्र के तहत मुझे और मेरे परिवार को बदनाम करने की नीयत से झूठे पत्र का सहारा लेकर मुझसे रंगदारी के रूप में छह लाख लिए और भयादोहन करने के लिए और पैसे की मांग करने लगे. इस पूरे प्रकरण से मेरे और मेरे परिवार की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है.मुझे अरूप चटर्जी और मैनेजर राय से जान माल का खतरा बना हुआ है.
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