Koderma: कोडरमा में विश्व मलेरिया दिवस पर एक दिवसीय कार्यशाला हुआ. इसकी अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. डीपी सक्सेना ने की. इसमें जिला भीबीडी पदाधिकारी सह जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार और जिला यक्ष्मा पदाधिकारी सह जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ रमण कुमार शामिल हुए.
CS डॉ डीपी सक्सेना ने कहा कि मलेरिया एक घातक बीमारी रहा है. उन्होंने मलेरिया से बचाव और इसकी रोकथाम के लिए हमेशा तैयार रहने का निर्देश दिया. उन्होंने जिले के सीएचसी में मलेरिया टेक्निकल सुपरवाइजर द्वारा प्रखंड स्तर पर स्कूल क्विज प्रतियोगिता, रैली और शपथ ग्रहण समारोह का भी आयोजन करने की बात कही. सीएस ने कहा कि बच्चे हमारे कल के भविष्य हैं. इसलिए मलेरिया की रोकथाम के बारे में इन्हे जागरूक होना आवश्यक है. जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि मलेरिया दो प्रकार का होता है. पहला सामान्य मलेरिया और दूसरा ब्रेन मलेरिया. ब्रेन मलेरिया का उपचार ससमय नहीं कराये जाने पर घातक हो सकता है.
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कहा कि मलेरिया मच्छर के काटने से फैलता है. इसलिए घर के आसपास या अन्यत्र कहीं जलजमाव नहीं होने दें. हमेशा साफ सफाई का ध्यान रखें. अगर कहीं जलजमाव होता है तो जमे हुए पानी को बहा दें. अन्यथा केरोसिन तेल डालें या जले हुए मोबिल का भी प्रयोग करें. ताकि मच्छर का लार्वा नहीं पनप सके. मौके पर एपीडेमोलॉजिस्ट डॉ. विकास चौधरी, डीडीएम पवन कुमार, डीपीसी पंकज कुमार, डीयूएचएम विनीत अग्निहोत्री, संजय वर्मा, अविनाश आनन्द, ललन कुमार राणा, सिद्धांत ओहदार, दीपेश कुमार, प्रकाश कुमार रवि, मुकेश राणा, आदित्य कुमार, सागर कुमार राम, अजय मोदी, महेश ठाकुर और स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे.
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