जिले के 10 प्रखंडों में अधर में लटक सकता है बिरसा सिंचाई कूप निर्माण
Arun Kumar Yadav
Garhwa : गढ़वा के प्रखंड विकास पदाधिकारियों का अजब-गजब कारनामा सामने आया है. पदाधिकारियों ने मनरेगा एवं राज्य मद से क्रियान्वित बिरसा सिंचाई कूप योजना में वरीय पदाधिकारियों के आदेश की अवहेलना करते हुये निर्धारित लक्ष्य से अधिक कूपों की स्वीकृति दे दी है. मामला उजागर होने के बाद डीडीसी ने जिले के भंडरिया, मेराल, डंडा, रमना, श्री बंशीधर नगर, मझिआंव, खरौंधी, बिशुनपुरा, धुरकी एवं भवनाथपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारियों पर गाज गिरी है. सभी को शो-कॉज किया गया है. डीडीसी ने तीन दिनों में स्पष्टीकरण मांगते हुए इस कृत्य के लिए विभाग को कार्रवाई के लिए लिखने की भी चेतावनी दी है.
डीडीसी सह अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक राजेश कुमार राय ने संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण में यह पूछा है कि आखिर किन परिस्थितियों में वरीय पदाधिकारियों के निर्देश की अवहेलना करते हुए निर्धारित लक्ष्य से अधिक बिरसा सिंचाई कूप की स्वीकृति दे दी गई.
गौरतलब है कि राज्य मद के अभिसरण से निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप प्रति कूप 50000 रुपये आवंटित किया जाना है. यदि निर्धारित लक्ष्य से अधिक स्वीकृत किया जाता है तो राज्य मद के अभिसरण से दी जाने वाली 50000 रुपये की राशि का आवंटन नहीं हो पाएगा एवं योजना का क्रियान्वयन में भी समस्या उत्पन्न होगी.
लाभुकों का आरोप- खूब हुई वसूली
लाभुक मंटू पांडेय, शैलेश कुमार ने बताया कि योजनाओं में खूब वसूली हुई है. प्रति कूप 10 से 15 हजार रुपये की वसूली की गई है. जो राशि देने को तैयार हुआ, उसी का नाम योजना की लिस्ट में डाला गया. लाभुकों ने ग्राम स्तर से लेकर प्रखंड स्तर के कर्मियों और पदाधिकारियों पर मनमानी और वसूली का आरोप लगाया है. लाभुकों का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की गई तो कई तथ्य उजागर होंगे.
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