New Delhi : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कैराना के पलायन वाले क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों से बातचीत की. गृह मंत्री बनने के बाद शाह का यह पहला कैराना दौरा है. शाह ने संकरी गलियों में घर-घर पहुंचकर लोगों को पर्चा दिया. उनके साथ अनेक मुस्लिम कार्यकर्ता भी नजर आये. कई कार्यकर्ताओं ने शाह के साथ सेल्फी भी ली. पर चौंकाने वाली बात यह है कि शाह ने प्रचार के दौरान मास्क नहीं पहन रखा था.
शाह बोले- पहले लोग पलायन करते थे, अब लोगों में आत्मविश्वास है
अमित शाह ने कैराना में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में विकास की नई लहर दिखाई दे रही है. गरीब के घर में गैस, बिजली, आयुष्मान भारत योजना का कार्ड, हर व्यक्ति को कोरोना का टीका ये सारी योजनाएं अच्छे से लागू की गयी है. यही कैराना है, जहां पहले लोग पलायन करते थे. आज लोग कह रहे हैं कि पलायन करने वाले पलायन कर गये. यानी अब उन्हें कोई भय नहीं है. वे आत्मविश्वास में हैं. शाह ने कहा कि एक जाति के लिए काम करने वाली सरकारों की प्रथा बंद करना है.
पलायन का मुद्दा उठाने वाले सांसद की बेटी लड़ रहीं चुनाव
शाह के साथ कैराना में भाजपा उम्मीदवार मृगांका सिंह भी नजर आयीं. वे यहां से कैंडिडेट हैं. मृगांका हुकूम सिंह की बेटी हैं. हुकुम सिंह वही सांसद हैं, जिन्होंने सबसे पहले कैराना से हिन्दुओं के पलायन का मुद्दा उठाया था. बाद में यह देश भर की मीडिया की सुर्खियों में रहा. कैराना भाजपा के लिए कितना अहम है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महीने भर पहले योगी आदित्यनाथ भी वहां गये थे. योगी ने भी वहां पलायन के बाद लौटकर आये परिवारों से मुलाकात की थी.
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