Nitesh Ojha
Ranchi: राजधानी रांची के कांके रोड में एक बंगला बड़ा न्यारा है. लगभग ढाई एकड़ भूखंड पर यह बंगला है, जो अंग्रेजों के जमाने का बना बताया जाता है. सीएम आवास व आवासीय सचिवालय से सटे रास्ते से होकर बंगले तक पहुंचा जा सकता है. पतली सड़क की एक ओर पूर्व डिप्टी सीएम का बंगला है. सड़क उसी ढाई एकड़ में फैले बंगले पर जाकर विश्राम लेती है. हालांकि यह बंगला तो पुलिस के बड़े अफसर के नाम पर पूर्व से आवंटित होता रहा है. इसे डीजी बंगला के रूप में भी जाना जाता रहा है, लेकिन अब इस बंगले पर राज्य के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की नजर लगी है. वे इस बंगले को अपने नाम पर आवंटित कराना चाहते हैं.
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हम जिस बंगले की बात कर रहे हैं, उसमें राज्य पुलिस के कई मुखिया रह चुके हैं. लेकिन बाद के दिनों में राज्य पुलिस के मुखिया अलग-अलग सराकारी आवासों में रहे. हाल के दो-तीन वर्षों में एमवी राव, फिर नीरज सिन्हा को यह बंगला आवंटित हुआ था. फरवरी में कार्यकाल समाप्त हुआ, तो एसीबी के डीजी रहे अजय कुमार सिंह को राज्य पुलिस का मुखिया बनाया गया. लेकिन अबतक वे कांके रोड स्थित बंगले में शिफ्ट नहीं हुए हैं. राज्य की ब्यूरोक्रेसी में चर्चा है कि अब उस बंगले पर एक आईएएस की नजर है. ये अफसर फिलहाल डोरंडा इलाके के सरकारी आवास में रह रहे हैं. राज्य के मुखिया के साथ जुड़े हैं, मुखिया को अक्सर किसी मसले पर सलाह-मशविरा के लिए उनकी जरूरत पड़ती है. वे उन्हें सलाह-मशविरा के लिए बुलाते हैं. न जाने कब बुलावा आ जाए. ऐसे में शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके से होकर मुखिया आवास पहुंचने में समय लग जाता है. इसलिए वे मुखिया के आवास के आसपास के बंगले में ही शिफ्ट करना चाहते हैं, ताकि मुखिया के बुलावे पर तत्काल उन तक पहुंच जाएं.
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