Mumbai / Jamshedpur : सेल बोकारो स्टील प्लांट के आनंद राज को 18वें टाटा क्रूसिबल कॉर्पाेरेट क्विज़ का राष्ट्रीय विजेता घोषित किया गया है. उन्हें 2.50 लाख रुपए का पुरस्कार और प्रतिष्ठित टाटा क्रूसिबल ट्रॉफी से सम्मानित किया गया. ऑनलाइन फॉर्मेट में वर्च्युअली संपन्न हुई टाटा क्रूसिबल कॉर्पाेरेट क्विज़ में भारत भर से 3000 से ज्यादा प्रतिभागी शामिल हुए. इस प्रतियोगिता के फॉर्मेट के अनुसार देश में 12 क्लस्टर्स (क्षेत्र) बनाए गए थे. 12 क्लस्टर्स की अंतिम प्रतियोगिताओं में से एक-एक विजेता ने 2 सेमीफाइनल में हिस्सा लिया. पहले सेमीफाइनल से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, चेन्नई से जयकांतन रंगनाथन; कैपजेमिनी, बैंगलोर से सेतु महादेवन और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, हैदराबाद के कपिंजल चौधरी ने राष्ट्रीय अंतिम राउंड में प्रवेश किया. जबकि दूसरे सेमीफाइनल से सेल बोकारो स्टील प्लांट, बोकारो से आनंद राज; बार्कलेज, नोएडा से रोहन खन्ना; और टीसीएस, मुंबई के अनिरुद्ध दत्ता ने राष्ट्रीय फाइनल में अपना स्थान बनाया.
ज्ञान और उत्कृष्टता की खोज आत्म-विकास की एक निरंतर प्रक्रिया: नरेंद्रन
राष्ट्रीय अंतिम प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि, टाटा स्टील लिमिटेड के सीईओ और प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन ने एक वर्च्युअल पुरस्कार समारोह में राष्ट्रीय विजेता को सम्मानित किया. उन्होंने कहा, “ज्ञान और उत्कृष्टता की खोज आत्म-विकास की एक निरंतर प्रक्रिया है और टाटा समूह का यह हमेशा से ही अभिन्न अंग रहा है. यह पहल उत्कृष्टता का प्रतीक है और लोगों के लिए अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर पाने के लिए एक महान मंच है, लगातार सीखते रहने और उत्कृष्टता दिखाने को सक्षम करने की टाटा समूह की प्रतिबद्धता का प्रमाण है. एक व्यक्ति के रूप में इस तरह की पहल से एक बहुत बड़ा सबक सीख सकते हैं कि, वह है जीवन में वास्तव में महत्वपूर्ण चीजों को फिर से जोड़ना और हमारे पास मौजूद अवसरों को संजोए रखना ज़रूरी है. विजेता और सभी प्रतिभागियों को टाटा क्रूसिबल कॉरपोरेट क्विज में भाग लेने और इसे सफल बनाने के लिए मैं हार्दिक बधाई देता हूं.”
यह एक सपने के सच होने जैसा: आनंद राज
अंतिम मुकाबला काफी कड़ा रहा, जिसमें प्रतिभाशाली क्विज़र सेल बोकारो स्टील प्लांट के आनंद राज ने कॉर्पाेरेट इतिहास और सामान्य ज्ञान में अपने कौशल का प्रदर्शन करते हुए टाटा क्रूसिबल की अग्निपरीक्षा पार की और विजयी हुए. अपनी खुशी व्यक्त करते हुए, आनंद राज ने कहा, “प्रतिष्ठित टाटा क्रूसिबल चौंपियनशिप जीतने के बाद मेरे मन में आ रही भावनाओं को शब्दों में बयां करना मुश्किल है. यह पूरी प्रतियोगिता एक वास्तव अनुभव था. जैसा कि क्विजमास्टर पिकब्रेन इस ट्रॉफी को विम्बल्डन ऑफ बिज़नेस क्विज़ कहते हैं, मेरे लिए यह यक़ीनन एक सपने के सच होने जैसा था. मैं अपने परिवार, दोस्तों, अपने वरिष्ठों और ऑफिस में सहकर्मियों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्राप्त सहायता के लिए आभारी हूं. क्विज़ का हर राउंड चुनौतीपूर्ण था और जैसे-जैसे हम फ़ाइनल के करीब पहुंचे, वैसे-वैसे मुकाबला और अधिक कड़ा होता गया. लेकिन कहते हैं न कि अंत भला तो सब भला. यह ट्रॉफी मुझे हमेशा सबसे प्रिय रहेगी. एक पूर्व टाटा कर्मचारी होने के नाते, यह जीत मुझे टाटा समूह के साथ काम करने के शानदार दिनों में ले जाती है. गिरि बालासुब्रमण्यम, उर्फ पिकब्रेन ने टाटा क्रूसिबल के राष्ट्रीय समापन को बहुत ही दिलचस्प बनाया, प्रतिभागियों की तत्परता और रचनात्मकता का परीक्षण करने वाले विषयों पर रोचक सवाल पूछे.
राष्ट्रीय फाइनल में पूछे गए कुछ दिलचस्प सवाल
- उस थिएटर का नाम बताइए जहां विश्व स्नूकर चौंपियनशिप आयोजित की जाती है?
- उत्कृष्ट तकनीकी उपलब्धि के लिए ड्यूपॉन्ट कंपनी का लवॉज़ियर मेडल प्राप्त करने वाली एकमात्र महिला कौन हैं?
- वित्तीय विश्लेषक, रिक वेमैन के एक सिद्धांत/शब्द का नाम बताइए। यह सब कुछ प्रकट करने के लेखांकन सिद्धांत के संदर्भ में है.