Ranchi : मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत चयनित 6 विद्यार्थियों और उनके माता-पिता एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सम्मानित किया. यह कार्यक्रम गुरूवार को प्रोजेक्ट भवन में आयोजित किया गया था. स्कॉलरशिप पाने वाले इन विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए सीएम ने कहा कि फिलहाल यह योजना आदिवासी समुदाय के छात्रों को उच्च शिक्षा का अवसर दे रही है.
विदेश में पढ़ाई के लिए चयनित छात्रों को चेक देते सीएम हेमंत सोरेन और मंत्री चम्पाई सोरेन
आने वाले समय में अन्य वर्गों के बच्चों को भी अवसर देने पर सरकार विचार करेगी. सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना’ अनुसूचित जनजाति के छह छात्रों के लिए अपना भविष्य गढ़ने का वाहक बनेगा. ये सभी इंग्लैंड और आयरलैंड की यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा ग्रहण करेंगे.
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अभी छह का चयन हुआ है, आनेवाले दिनों में 10 से अधिक बच्चों का होगा चयन
मुख्यमंत्री ने कहा, आज झारखंड के 6 आदिवासी बच्चे उच्च शिक्षा के लिए यूनाइटेड किंगडम जा रहें हैं. इन्हें यह मौका मिलना चाहिए था. सरकार का लक्ष्य 10 बच्चों के चयन का था, लेकिन अब आनेवाले दिनों में 10 से अधिक बच्चों का चयन कर उन्हें विदेश में उच्च शिक्षा देने का अवसर दिया जाएगा. कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति मंत्री चम्पई सोरेन, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, सचिव केके सोन, आदिवासी कल्याण आयुक्त नमन प्रियेश लकड़ा, अपर सचिव कल्याण विभाग अजयनाथ झा और अन्य उपस्थित थे.
बजट का समायोजन करें, ताकि अधिक विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर मिले
मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेश में उच्च शिक्षा हेतु 10 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है. उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बजट में बचने वाली राशि का समायोजन अगले वित्तीय वर्ष में करें ताकि अधिक से अधिक छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर विदेश में मिल सके. सरकार ने राज्य में अव्वल आने वाले विद्यार्थियों को भी आर्थिक सहायता पहुंचा रही है ताकि उनके आगे की पढ़ाई में किसी तरह की बाधा ना आये.
गौरवान्वित हूं बच्चे उच्च शिक्षा के लिए विदेश जा रहे हैं
मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि आज का दिन इतिहास के पन्नों में लिखा जायेगा. मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना से अनुसूचित जनजाति के छात्र लाभान्वित हो रहे हैं. यह सराहनीय कदम है. मुझे गौरव की अनुभूति हो रही है. एक समय था जब मैं बोरा पर बैठकर प्राइमरी स्कूल में शिक्षा लिया करता था. यह सुखद क्षण है कि मेरे हस्ताक्षर से राज्य के बच्चे उच्च शिक्षा के लिए विदेश जा रहे हैं.
इसी माह विदेश जाएंगे चयनित छात्र
बता दें कि राज्य सरकार मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय स्कॉलरशिप स्कीम के तहत इंग्लैंड एवं आयरलैंड की यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा के लिए ट्यूशन फीस सहित उनके रहने एवं अन्य खर्च वहन करेगी. इसके लिए प्रति वर्ष झारखंड के रहने वाले 10 अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों का चयन किया जाएगा.
इन्हें मिला स्कॉलरशिप
- हरक्यूलिस सिंह मुंडा – यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के स्कूल ऑफ ओरिएन्टल एंड अफ्रीकन स्टडीज में एमए
- अजितेश मुर्मू – यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन में आर्किटेक्चर में एमए की पढ़ाई करेंगे.
- आकांक्षा मेरी – लॉ बॉर्ग यूनिवर्सिटी में क्लाइमेट चेंज साइंस एंड मैनेजमेंट में एमएससी की पढ़ाई करेंगी.
- दिनेश भगत – यूनिवर्सिटी ऑफ सस्सेक्स में क्लाइमेट चेंज, डेवलपमेंट एंड पॉलिसी में एमएससी की पढ़ाई करेंगे.
- अंजना प्रतिमा डुंगडुंग – यूनिवर्सिटी ऑफ वार्विक में एमएससी की पढ़ाई करेंगी.
- प्रिया मुर्मू – लॉ बॉर्ग यूनिवर्सिटी में क्रिएटिव राइटिंग एंड द राइटिंग इंडस्ट्रीज में एमए की पढ़ाई के लिए चयनित हुई हैं.
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