New Delhi : भाजपा ने विपक्षी दलों का कथित जॉर्ज सोरोस कनेक्शन उजागर किया है. बता दें कि कल फोन हेकिंग का Apple अलर्ट जारी होने को बाद भारत में सियासी तापमान चरम पर है. विपक्ष मोदी सरकार पर जासूसी कराने का आरोप लगाते हुए हमलावर है. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा समेत INDIA गठबंधन में शामिल कई नेताओं ने मंगलवार को आरोप लगाया कि उनका फोन हैक करने की कोशिश की जा रही है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
Elon Musk on how evil George Soros is. Incidentally, India’s Opposition, lead by Rahul Gandhi, is a close ally of his… https://t.co/sHD4CmA4Si
— Amit Malviya (@amitmalviya) November 1, 2023
What is https://t.co/F040ErHzPr mentioned as “DIGITAL SECURITY HELPLINE” by the Apple notification received by some politicians in India to accuse Modi Govt of the Phone Hacking and Spying using Pegasus spyware?
Let’s find out How https://t.co/F040ErHzPr is funded by the George… https://t.co/hz51vFU8Ec pic.twitter.com/4yW61oUMVI
— The Story Teller (@I_am_the_Story) October 31, 2023
अरबपति सोरोस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट्टर आलोचक हैं
इन सबने Apple से मिले अलर्ट के हवाले से आरोप लगाया है. इस क्रम में भाजपा ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए इस मामले का जॉर्ज सोरोस कनेक्शन निकाला है. जान लें कि अमेरिकी अरबपति सोरोस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट्टर आलोचक हैं. उनकी मंशा है कि मोदी को सत्ता से उखाड़ फेंका जाये.
भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने इस संबंध में ट्वीट कर Apple अलर्ट का कनेक्शन जॉर्ज सोरोस से निकाला है. मालवीय ने एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, यह कथित तौर पर सिर्फ विपक्षी नेताओं को Apple से मिले अलर्ट का जॉर्ज सोरोस द्वारा फेडेड Access Now से कनेक्शन दिखाता है. इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि राहुल गांधी सब कुछ छोड़कर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए क्यों दौड़ पड़े.
अमित मालवीय ने जिस ट्वीट को रिट्वीट किया, उसमें बताया गया है कि Apple के अलर्ट में जिस http://Accessnow.org को डिजिटल सिक्योरिटी हेल्पलाइन के रूप में दिखाया गया है, उसका जॉर्ज सोरोस से क्या कनेक्शन है?
महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को ट्वीट किया, उन्हें Apple से अलर्ट आया है
मामले की तह में जायें को सबसे पहले टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को ट्वीट किया कि उन्हें Apple से अलर्ट आया है कि उनका फोन और ईमेल हैक करने की कोशिश की जा रही है. महुआ के कदम ताल पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा, एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी Apple से मिले अलर्ट का स्क्रीन शॉट शेयर कर महुआ की हा में हां मिलाते हुए फोन हैक करने का आरोप लगाया.
अलर्ट किसी भी तरह के स्टेट स्पांसर्ड हमले की सूचना नहीं देते
हालांकि इस अलर्ट को लेकर Apple कंपनी ने सफाई दी कि अलर्ट किसी भी तरह के स्टेट स्पांसर्ड हमले की सूचना नहीं देते. कहा कि संभव है कि Apple के अलर्ट गलत हो सकते हैं. कंपनी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि राज्य-प्रायोजित हमलावरों को अच्छी तरह से वित्तीय सहायता मिलती है. वह ऐसे हमले समय-समय पर करते रहते हैं. इस तरह के अटैक की जानकारी हासिल करना खुफिया इनपुट पर निर्भर करता है. Apple ने कहा था कि वह इस अलर्ट के पीछे का कारण बताने में असमर्थ है.
अश्विनी वैष्णव ने कहा, सरकार इस मामले की तह तक जायेगी
केंद्रीय संचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने Apple के जवाब पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कंपनी की द्वारा दी गयी जानकारी पूरी तरह से अस्पष्ट लगती है. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार इस मामले की तह तक जायेगी. साथ ही विपक्ष पर हल्ला बोलते हुए कहा, देश में कुछ लोगों को शिकायत करने की आदत है.
जॉर्ज सोरोस के बारे में जानिए ?
1930 में हंगरी के बुडापेस्ट में जन्मे जॉर्ज सोरोस 1956 में वो लंदन से अमेरिका आ गये. यहांउन्होंने फाइनेंस और इन्वेस्टमेंट की दुनिया में कदम रखा. 1973 में उन्होंने सोरोस फंड मैनेजमेंट लॉन्च किया. सोरोस ने दावा किया किअमेरिकी इतिहास में उनका फंड सबसे बड़ा और कामयाब इन्वेस्टर है. खुद को गरीबों की मदद करने वाला करार देने वाले सोरोस की वेबसाइट पर दावा किया गया है कि सोरोस अब तक अपनी निजी संपत्ति से 32 अरब डॉलर जरूरतमंदों की मदद के लिए दे चुके हैं. सोरोस ओपन सोसायटी फाउंडेशन चलाते हैं.
अमेरिका दुनिया के लिए एजेंडा सेट करता है
जॉर्ज सोरोस को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश का सबसे बड़ा आलोचक माना जाता है. सोरोस 2003 में कहा था कि जॉर्ज डब्ल्यू बुश को सत्ता से हटाना उनका मकसद है.
सोरोस अमेरिका के भी कट्टर आलोचक हैं. 9/11 के हमले के बाद अमेरिका ने जब आतंकवाद के खिलाफ जंग शुरू की तो सोरोस ने अमेरिका की भरपूर आलोचना की. एक इंटरव्यू में सोरोस ने साफ किया कि अमेरिका दुनिया के लिए एजेंडा सेट करता है. चाहता है कि दुनिया उसके हिसाब से चले.