New Delhi : तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने कई विपक्षी नेताओं द्वारा उनके आईफोन में सरकार प्रायोजित सेंधमारी के प्रयास का दावा किये जाने का हवाला देते हुए आज बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा. महुआ ने आग्रह किया कि वह सदन के सदस्यों को संरक्षण प्रदान करें, ताकि वे अपने कर्तव्य का निर्वहन करना जारी रख सकें. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
Just written to Hon’ble Speaker @loksabhaspeaker on serious issue of surveillance on Opposition members in violation of Constitutional freedoms & rule of law.@MamataOfficial @abhishekaitc @AITCofficial pic.twitter.com/tqmKpgkNew
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) November 1, 2023
We need to call this out for what it is. https://t.co/56CPyadaoz
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) October 31, 2023
#WATCH | Apple’s ‘state-sponsored attack’ message to some Opposition leaders | CPI (M) leader Sitaram Yechury says, “First of all you tell whether there is any government agency that has been given the responsibility to conduct such surveillance against opposition leaders. And… pic.twitter.com/G364efops1
— ANI (@ANI) November 1, 2023
#WATCH | On Union Minister for Communications, Electronics, & IT Ashwini Vaishnaw’s ‘compulsive critics’ statement, Rajya Sabha MP Kapil Sibal says, “The government itself has people who are compulsive wrongdoers. Why talk of the opposition? Everything that this government has… https://t.co/P5vl9Bdeo7 pic.twitter.com/9Vf872rkyK
— ANI (@ANI) November 1, 2023
हैकिंग के प्रयास के लिए सरकार जिम्मेदार
उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार द्वारा गैरकानूनी निगरानी है जो संविधान द्वारा दिये गये मौलिक अधिकारों पर सबसे बुरा हमला है. बता दें कि विपक्ष के कई नेताओं ने मंगलवार को दावा किया था कि उन्हें उनके आईफोन में सरकार प्रायोजित सेंधमारी के प्रयास के बारे में एप्पल से चेतावनी संदेश मिला है तथा इस कथित हैकिंग के प्रयास के लिए सरकार जिम्मेदार है. केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया था और कहा था कि सरकार इसकी गहन जांच करायेगी.
विपक्षी नेताओं को मिला एप्पल अलर्ट
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल, शशि थरूर, पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत एवं टीएस सिंहदेव, शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा, आम आदमी पार्टी (आप) के राघव चड्ढा, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के असदुद्दीन ओवैसी को भी इसी तरह का संदेश मिला.
पेगासस सॉफ्टवेयर मामले को देखते हुए यह खतरा अधिक चौंकाने वाला है
बिरला को लिखे पत्र में मोइत्रा ने कहा, विपक्षी नेताओं को एक संदेश मिला है कि उन्हें सरकार प्रायोजित सेंधमारों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है जो उपकरणों के साथ दूर से छेड़छाड़ करने और उनके डेटा, संचार तथा यहां तक कि कैमरा और माइक्रोफोन तक पहुंच बनाने का प्रयास कर रहे हैं.
तृणमूल कांग्रेस की सांसद ने कहा, उस पेगासस सॉफ़्टवेयर (केवल सरकारों को बेचा गया) के मामले के मद्देनजर यह खतरा दोगुना चौंकाने वाला है जिसका उपयोग 2019-2021 के दौरान विपक्ष के विभिन्न सदस्यों, असंतुष्ट पत्रकारों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों के उपकरणों से छेड़छाड़ करने के लिए किया गया था.
हमारा कर्तव्य सरकार से सवाल करना और उसे जवाबदेह ठहराना है
मोइत्रा ने पेगासस मामले का उल्लेख करते हुए कहा, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी निशाने पर थे. विपक्ष द्वारा सदन में इस मुद्दे को उठाने के बावजूद किसी भी चर्चा की अनुमति नहीं दी गयी और न ही कोई निर्णायक रिपोर्ट किसी एजेंसी द्वारा दायर की गयी. उन्होंने बिरला से सदस्यों के संरक्षण का आग्रह किया और कहा, एक जीवंत विपक्ष के रूप में हमारा कर्तव्य सत्तारूढ़ सरकार से सवाल करना और उसे जवाबदेह ठहराना है.