Bokaro: सदर अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों की मनमानी इस कदर हावी है कि हर दिन टीके नहीं लगाए जाते. टीके लगाने के लिए स्वास्थ्यकर्मी अपनी सुविधा को देखते हुए तिथि मुकर्रर कर रखी है. बीसीजी समेत कई अन्य टीके बच्चों को लगाने जरूरी है, लेकिन यहां सोमवार को टीके लगाए जाते हैं. जिले के सुदूर इलाके से लोग इस अस्पताल में अपने बच्चों को टीके लगाने आते है, लेकिन बिना टीके लगाए ही उन्हें वापस कर दिया जाता है. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि सरकारी निर्देश प्रतिदिन टीके लगाने के हैं, लेकिन हमारी भी मजबूरी है. टीके के एक वायल में 10 बच्चों को लगाने की क्षमता है. 10 बच्चे नहीं आने पर वायल खराब हो जाता है. इस वजह से विशेष टीके लगाने की तिथि अस्पताल ने मुकर्रर कर रखी है. उन्होंने बताया कि विभागीय सूचना भी कागज में लिखकर बोर्ड पर चस्पां कर दिए गए हैं. सुदूरवर्ती इलाके से आने वाले लोगों को इसकी जानकारी नहीं है. वहीं सीएस से इस संबंध में पूछा गया कि अस्पताल ने टीके लगाने की विशेष तिथि मुकर्रर की है, उसके बारे में जागरूकता अभियान क्यों नहीं चलाया गया? उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि अखबारों में इसकी सूचना दी जाएगी.
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