Saraikela / Kharsawan : भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय के सौजन्य से पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र कोलकाता द्वारा आयोजित फॉक एंड ट्राइबल आर्ट फेस्टिवल ऑफ़ झारखंड में खरसावां छऊ नृत्य कला केंद्र के कलाकारों ने अपना जलवा बिखेरा. इस मंच में शिकार प्रथा पर आधारित नृत्य शिकारी की भव्य प्रस्तुति दी गई. कलाकारों ने अपनी सहेली के माध्यम से लोगों तक यह संदेश पहुंचाया कि भले ही हमारी परंपरा में शिकार प्रथा शामिल है परन्तु वर्तमान परिप्रेक्ष्य में शिकार करना न केवल कानूनी अपराध है बल्कि पाप है. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कमल महतो, बसंत गंतायत, कमल कृष्ण साहु, सुदीप घोड़ाइ, धिरतु लोहार, भूमि केसरी, ज्योति मोदक, वंचीका मोदक, सूरज , शंकर बेहरा, कांतो मछुआ, होनो लोहार आदि कलाकारों ने प्रमुख भूमिका निभाई.